Ganga Expressway के लिए प्रयागराज के 23 सौ किसानों की ली गई जमीन, मेरठ-प्रयागराज तक बनेगा एक्सप्रेस-वे
मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे की तैयारी जोरों पर है। प्रयागराज में बारी सरायनंदन उर्फ समसपुर सराय मदन सिंह उर्फ चांटी सराय भारत उर्फ होलागढ़ सराय हरीराम खेमकरनपुर माधोपुर आदि 20 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों की जमीनें किसानों की सहमति पर ली जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने पर मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए जमीनों का अधिग्रहण शुरू कर दिया गया है। अब तक एक्सप्रेस-वे के लिए 23 सौ किसानों की जमीनों का अधिग्रहण हो चुका है। जबकि 900 किसानों की जमीन का अधिग्रहण होना बाकी है। अधिग्रहण होने के बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक बनेगा। प्रयागराज में बारी, सरायनंदन उर्फ समसपुर, सराय मदन सिंह उर्फ चांटी, सराय भारत उर्फ होलागढ़, सराय हरीराम, खेमकरनपुर, माधोपुर, मलाक चतुरी आदि 20 गांवों से होकर गुजरेगा। इन गांवों की जमीनें किसानों की सहमति पर ली जा रही है।
36410 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एक्सप्रेस-वे के लिए अधिकतर जमीनों का अधिग्रहण हो चुका है। एडीएम वित्त एवं राजस्व एमपी सिंह ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जिले में भूमि अधिग्रहण का काम जनवरी से ही शुरू किया गया था। सोरांव एसडीएम के नेतृत्व में 23 सौ किसानों की जमीनों का अधिग्रहण हो चुका है। इसमें कुल 36 सौ किसानों की जमीन जाएगी। बाकी जमीनों का अधिग्रहण जल्द ही कर लिया जाएगा। कोरोना का संक्रमण बढऩे के कारण करीब दो महीने तक काम रुक गया था। अब फिर से काम शुरू हो गया है। जिन किसानों की जमीन इसमें जाएगी, उनसे संपर्क किया जा रहा है।