प्रयागराज कुंभ में बना तीसरा विश्व रिकार्ड, दस हजार लोगों ने की एक साथ की सफाई

शटल बसों का संचालन हस्तलिपि चित्रकारी और स्‍वच्‍छता अभियान में कुंभ ने विश्व कीर्तिमान बनाया है। गिनीज बुक ऑफ विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 02 Mar 2019 02:36 PM (IST) Updated:Sat, 02 Mar 2019 03:07 PM (IST)
प्रयागराज कुंभ में बना तीसरा विश्व रिकार्ड, दस हजार लोगों ने की एक साथ की सफाई
प्रयागराज कुंभ में बना तीसरा विश्व रिकार्ड, दस हजार लोगों ने की एक साथ की सफाई

प्रयागराज, जेएनएन। एक ही सड़क पर वाहनों की सबसे लंबी पंक्ति के बाद हस्तलिपि चित्रकारी में विश्व रिकार्ड बनाने के बाद आज प्रयागराज कुंभ ने एक और गौरव प्राप्त किया। कुंभनगरी में एक साथ दस हजार लोगों ने स्वच्छता अभियान ने भाग लेकर नया विश्व रिकार्ड बना दिया।

प्रयागराज के कुंभनगर में आज दस हजार स्वच्छता कमियों ने संगम पर एक साथ सफाई की और इस मामले में भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया। यहां पर नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने स्वच्छता कर्मियों को हरी झंडी दिखाई।  इनके साथ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी झाड़ू लगाई। इससे पहले गुरुवार को 503 कुंभ शटल बसों को एक साथ तीन किमी से ज्यादा दूर तक चलाने का रिकार्ड बना था। कल हस्त चित्रकारी में रिकार्ड बना।

स्वास्थ्य मंत्री ने हाथों में उठाया झाड़ू

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह शनिवार की सुबह कमांड सेंटर मेला अधिकारी कार्यालय कुंभ मेला में आयोजित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अंतर्गत स्वच्छता कार्यक्रम के फ्लैग ऑफ सेरेमनी में शामिल हुए। काफी संख्या में मौजूद सफाई कर्मियों के साथ उन्होंने हाथ में झाड़ू उठाई और स्वच्छता का संदेश लोगों को दिया। उनके साथ कुंभ मेला प्रशासन के अधिकारी आदि भी शामिल रहे। इस दौरान गिनीज विश्व रिकॉर्ड बुक के निर्णायक मंडल की टीम ने मौजूद रहकर मॉनीटरिंग भी की।

पेंट माई सिटी की मिली सराहना

प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से कुंभ को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए शुरू से विभिन्न कार्य कराए गए। इसमें पेंट माई सिटी से शहर की दीवारों पर चित्रकारी भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। पेंट माई सिटी के अंतर्गत पूरे देश भर से आए चित्रकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए शहर की दीवारों को अपनी चित्रकारी से आकर्षक रूप दिया है, जिसे कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के द्वारा सराहा भी जा रहा है। शहर की दीवारों में पेंट माई सिटी के अंतर्गत अभियान चलाकर चित्रकारी की गई, जिसमें शहर की लगभग 20 लाख वर्ग फीट दीवारों पर चित्रकारी की गई है। मुख्य रूप से सरकारी दीवारों, पुलों, चौराहों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों आदि स्थलों की दीवारों पर वृहद स्तर पर चित्रकारी की गई है।

विश्व पटल पर चित्रकारी प्रदर्शित

चित्रकारी को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए गंगा पंडाल में एक हस्तलिपि चित्रकारी का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो शुक्रवार की सुबह 10 बजे शुरू किया गया। शाम लगभग छह बजे तक लगातार पेंटिग वॉल में विभिन्न स्कूलों के छात्र एवं छात्राओं तथा अनेक संस्थाओं के सदस्यों द्वारा भारी जनसमूह के रूप में प्रतिभाग किया गया। गंगा पंडाल में सात हजार से ज्यादा लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

अपराह्न तीन बजे टूटा रिकॉर्ड

शुक्रवार अपराह्न लगभग तीन बजे ही उत्तर कोरिया के सिओल के 4675 लोगों के चित्रकारी के पूर्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया गया। इस कार्यक्रम की पूरी मॉनिटरिंग गिनीज बुक रिकार्ड के निर्णायक मंडल के प्रमुख ऋषिनाथ के द्वारा की जा रही थी। इस हस्तलिपि चित्रकारी में समाज के हर वर्ग ने बढ़चढ़ कर भाग लिया, जिसमें मुख्य रूप से विदेशी पर्यटक, सुरक्षा बलों के जवान, स्वच्छाग्रही, आमजन, छोटे बच्चे तथा वृद्धजन ने भी बड़े उत्साह के साथ अपने हाथों का छाप पेंटिग वॉल पर लगाया। 

अधिकारियों ने लोगों को दी बधाई

चित्रकारी के विश्व रिकॉर्ड को पीछे छोडऩे के बाद उपस्थित मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल, एडीजी एसएन साबत, कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, डीआइजी कुंभ केपी सिंह ने उपस्थित लोगों को बधाई दी। अफसरों ने भी पेंटिग वॉल में अपने हाथों की छाप लगाई। मंडलायुक्त ने कहा कि विश्व पटल पर पेंट माई सिटी की चित्रकारी को स्थान मिलने से पूरे दुनिया भर को चित्रकारी के माध्यम से प्रयागराज की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पहलुओं की जानकारी मिलेगी। कुंभ मेलाधिकारी ने कहा कि पेंट माई सिटी के अंतर्गत शहर की विभिन्न दीवारों पर चित्रकारी लोगों को भारतीय संस्कृति का परिचय करा रही है।

खास बातें

-गिनीज विश्व रिकॉर्ड बुक के निर्णायक मंडल की टीम ने मौजूद रहकर की मॉनीटरिंग

-सिओल में 4675 लोगों के रिकॉर्ड को प्रयागराज मेला प्राधिकरण की हस्तलिपि चित्रकारी ने छोड़ा पीछे

-मंडलायुक्त एवं मेलाधिकारी ने हस्तलिपि चित्रकारी के नए कीर्तिमान को बताया गौरव।

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