पांच हजार करोड़ रुपये से बनेगी इनर रिंग रोड Prayagraj News
केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय की प्राथमिकता सूची में इस परियोजना के आने के बाद आगे की प्रक्रिया तेज हो गई है। परियोजना के लिए प्रथम चरण का सर्वे पूरा कर लिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन । संगम नगरी में विकास की सबसे बड़ी परियोजना इनर रिंग रोड का कार्य जल्द शुरू होगा। सर्वे का डॉट ऑनलाइन पोर्टल पर फीड है। परियोजना के लिए लगभग पांच हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव है। रिंग रोड के बनने से प्रयागराज व प्रतापगढ़, कौशांबी, भदोही, जौनपुर, मीरजापुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, चित्रकूट, बांदा के साथ मप्र, बिहार, छत्तीसगढ़ के वाहनों को आवागमन में सुविधा होगी। एनएचआइ के परियोजना निदेशक एके राय ने बताया कि प्रथम चरण की सर्वे रिपोर्ट मंत्रालय को भेज दी गई है। निर्धारित सर्किल रेट का चार गुना अधिक मुआवजा प्रभावित किसानों को दिया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण का काम शीघ्र
पोर्टल खुलने के बाद परियोजना में आने वाले गांवों व संबंधित किसानों की भूमि के रकबा की सूची केंद्र सरकार को भेजी गई है। एनएचएआइ के सीएमडी व अन्य अफसरों से भी कई दौर की वार्ता हो चुकी है।
प्रथम चरण का सर्वे हुआ पूरा
केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय की प्राथमिकता सूची में इस परियोजना के आने के बाद आगे की प्रक्रिया तेज हो गई है। परियोजना के लिए प्रथम चरण का सर्वे एनएचएआइ ने पूरा कर लिया है।
चार चांद लगाएगी परियोजना
परियोजना तीर्थराज के विकास को चार चांद लगाएगी। रिंग रोड शहर से सटे गंगा-यमुना के कछारी इलाके से कौडि़हार के पास सलहा से पुराने एनएच-2 से होकर दांदूपुर से गुजरेगी। महुआरी और सरस्वती हाईटेक सिटी के बीच से होकर अंदावा होते हुए सहसो के पास मिलाया जाएगा।
खास बातें
03 नए पुल गंगा और यमुना तथा सात आरओबी भी बनेंगे
04 सौ दो हेक्टेयर जमीन का किया जाएगा अधिग्रहण
06 तहसीलों करछना, फूलपुर, बारा, सोरांव, सदर व हंडिया जुड़ेंगी
08 टाउनशिप इस परियोजना के किनारे बसाने की है योजना
30 किमी. हाइवे को इस इनर ङ्क्षरग रोड में मिलाया जाएगा
68 किमी ग्रीन बेल्ट का भी कराया जाएगा निर्माण
80 गांवों से होकर गुजरेगी इनर रिंग रोड परियोजना
98 किमी. लंबी होगी रिंग रोड, शहर के बाहर बनाई जाएगी