Indira Marathon 2021: 19 नवंबर को होगी इंदिरा मैराथन, इस बार आफलाइन व आनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा
Indira Marathon 2021 इंदिरा मैराथन में इस बार भी आफलाइन के साथ आनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा खिलाड़ियों को मिल सकेगी। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के तौर पर दो लाख रुपये द्वितीय पर एक लाख व तृतीय पुरस्कार के तौर पर 75 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती 19 नवंबर को अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन का आयोजन किया जाएगा। यह इंदिरा मैराथन का 36 वां संस्करण होगा। आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के मैदान को तैयार किया जा रहा है। मैराथन में प्रतिभाग करने वाले खिलाडि़यों को रजिस्ट्रेशन में सुविधा दी गई है। आप भी इस खबर के माध्यम से जानें कि इस बार की इंदिरा मैराथन में क्या हुआ है बदलाव।
आनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा
इंदिरा मैराथन में इस बार भी आफलाइन के साथ आनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा खिलाड़ियों को मिल सकेगी। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के तौर पर दो लाख रुपये, द्वितीय पर एक लाख व तृतीय पुरस्कार के तौर पर 75 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। जबकि 11 खिलाड़ियों को सांत्वना पुरस्कार के तौर पर दस-दस हजार रुपये दिए जाएंगे। मैराथन की दूरी पुरुष व महिला दोनों वर्गों दोनों के लिए 42.195 किमी होगी।
19 नवंबर को सुबह 6 बजे शुरू होगी दौड़
इंदिरा मैराथन का आरंभ आनंद भवन से सुबह 6 बजे होगा। निर्धारित मार्गों से होते हुए धावक मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में पहुंचेंगे। यहीं समापन होगा। खेल विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित हाेने वाली इस प्रतियोगिता का प्रतिवर्ष एथलीटों काे इंतजार रहता है। हर एथलीट के जेहन में इस प्रतियोगता को जीतने की ललक भी साफ दिखाई देती है।
इंदिरा मैराथन में सेना के धावकों का दबदबा
बीते वर्षों के रिकार्ड पर गौर करें तो इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग में सेना के खिलाड़ियों का यहां दबदबा होता है। महिला वर्ग में महाराष्ट्र और दूसरे प्रदेश के एथलीटों ने कई बार कब्जा जमाया है। जानकारी देते हुए क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अनिल तिवारी ने बताया कि मैराथन के आयोजन की तैयारियाां शुरू हो गई हैं। इस बार आनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। बीते वर्ष आयोजन न होने से निराशन एथलीटों के लिए इस बार अपना दमखम दिखाने का शानदार मौका होगा।
1985 में पहली बार हुआ था आयोजन
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 19 नवंबर 1985 को इंदिरा मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, जो निरंतर 1989 तक चली। 1990 में इस मैराथन का आयोजन देहरादून में आयोजित किया गया। हालांकि भारी विरोध व मांग के बाद 1991 वें से पुन: प्रतियोगिता का आयोजन प्रयागराज में किया जाने लगा और बीते वर्ष 2020 में कोरोना लाॅकडाउन के दौरान इस प्रतियोगिता पर दोबारा ब्रेक लगा था। खेल आयोजनों को छूट दिए जाने के क्रम में इस बार इंदिरा मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
2015 में बढ़ाई गई धनराशि
इंदिरा मैराथन में पहले प्रथम इनाम राशि के रूप में 50 हजार रुपये, द्वितीय को 25 हजार रुपये व तृतीय स्थान पर आने वाले खिलाड़ी को 10 हजार रुपये मिलते थे। हालांकि 2015 में पहली बार इस खेल में मिलने वाली धनराशि को बढ़ाया गया और मौजूदा समय में पुरस्कार की राशि दो लाख, 1 लाख व 75 हजार प्रथम तीन स्थानों के लिए निर्धारित किया गया है। यही कारण है कि अब इंदिरा मैराथन में दौड़ने और जीतने के लिए देश के कोने कोने से एथलीट आते हैं।