अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर राजेश यादव की अवैध संपत्ति हो रही चिह्नित, प्रयागराज पुलिस की तैयारी

पुलिस रिकार्ड में झूंसी थाना क्षेत्र के नैका महीन गांव निवासी राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ कर्नलगंज धूमनगंज कैंट सिविल लाइंस शिवकुटी जार्जटाउन नैनी और झूंसी थाने में 26 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या का प्रयास जानलेवा हमला गैंगस्टर समेत कई मुकदमे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 09:41 AM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 09:41 AM (IST)
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर राजेश यादव की अवैध संपत्ति हो रही चिह्नित, प्रयागराज पुलिस की तैयारी
माफिया राजेश यादव की कई और बेनामी संपत्ति का प्रयागराज पुलिस ने पता लगाया है।

प्रयागराज, जेएनएन। कुख्यात अपराधी और माफिया राजेश यादव की कई और बेनामी संपत्ति है, जिसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। झूंसी पुलिस राजेश के अवैध मकान, आवासीय भूखंड और खेतों को भी चिंहित कर रही है, ताकि उन्हें भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जा सके। राजेश यादव का एक मकान प्रयागराज विकास प्राधिकरण और पुलिस ढहा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ और अचल संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है, जिसकी छानबीन राजस्व विभाग की मदद से की जा रही है।

प्रयागराज के विभिन्‍न थानों में 26 मुकदमे दर्ज हैं

पुलिस रिकार्ड में झूंसी थाना क्षेत्र के नैका महीन गांव निवासी राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ कर्नलगंज, धूमनगंज, कैंट, सिविल लाइंस, शिवकुटी, जार्जटाउन, नैनी और झूंसी थाने में 26 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या का प्रयास, जानलेवा हमला, गैंगस्टर समेत कई मुकदमे हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि राजेश यादव भी दूसरे माफिया की तरह अवैध तरीके से प्रापर्टी डीलिंग करता है।

काफी समय से घर से फरार है राजेश

अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर व माफिया राजेश यादव ने अपराध के जरिए भी काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। वह लंबे समय से घर से भागा हुआ है और मीरजापुर, वाराणसी, जौनपुर समेत अन्य स्थानों पर साथियों के साथ चोरी-छिपे रहता है। पुलिस का कहना है कि झूंसी और सरायइनायत में उसकी काफी प्रापर्टी है। कुछ उसके नाम है तो कुछ संपत्ति घरवालों के नाम पर दर्ज है।

राजेश काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ

कुछ साल पहले मुंबई की अदालत में दिनदहाड़े दो वकीलों की हत्या की गई थी, जो काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ। उस हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच राजेश यादव को पकड़ा था। तब पता चला था कि राजेश ने छोटा राजन गिरोह के लिए काम करता है और उस वारदात में शामिल था। इस घटना के बाद ही राजेश चर्चित हो गया। फिर प्रयागराज और आसपास के जिलों में उसने अपराध शुरू कर दिया। रंगदारी मांगना उसका मुख्य पेशा बन गया।

बोले, एसपी गंगापार

एसपी गंगापार धवल जायसवाल का कहना है कि जितने भी गैंगस्टर हैं, उनकी अचल संपत्ति के बारे में छानबीन की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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