कैसे भड़की आग यह है रहस्य मगर प्रयागराज में जल गई किसानों की कई बीघा खेत में मेहनत की फसल
खेत में पड़ी गेहूं की कूड़ी में लगी आग तो वही तेज चल रही पछुआ हवाओं से लपटें बगल में रखे गट्ठर की ओर बढ़ी और किसानों की मुसीबत बढ़ा दी। देखते ही देखते आग की भयावहता इतनी तीव्र हो गई थी ऊंची लपटों को देखकर हर कोई सहम गया।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद के यमुनापार इलाके में बारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चामू गांव के खेत में लगी भयानक मगर कैसे भड़की लपटें यह किसी को पता नहीं चल सका है। महेंद्र पटेल पुत्र बबन सिंह पटेल के खेत की फसल हार्वेस्टर से कटी थी। उसके बगल में बंसीलाल केसरवानी, मुनीम पटेल, मकोला राम तिवारी, संतोष सिंह, राजा जायसवाल, सुरेश तिवारी, पंडित ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी, राजेंद्र तिवारी, छोटेलाल जायसवाल आदि के खेत में गेहूं की फसल के गट्ठर रखे थे। महेंद्र के खेत में आग भड़की तो पछुआ हवाओं से लपटें बगल में रखे गट्ठर की ओर बढ़ी और किसानों की मुसीबत बढ़ा दी। देखते ही देखते आग की भयावहता इतनी तीव्र हो गई थी कि ऊंची लपटों को देखकर हर कोई सहम गया।
मच गई किसानों में खलबली, खेतों से गट्ठर उठाकर भागे
स्थानीय किसान खेतों में अपनी गेहूं की फसल को बचाने के प्रयास में लगे रहेष कुछ किसान गेहूं की कटाई करने के बाद गेहूं के बोझ बांधकर खेत में रखे थे जिन्हें आग से बचाने के लिए दर्जनों की संख्या में लोग एक दूसरे की मदद करने के लिए गेहूं के बोझ को उठाकर के सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लग गए। मौकेपर मौजूद कुछ ग्रामीणों आग को बुझाने के प्रयास में जुटे, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। दोपहर बारह बजे से लगी आग की सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा बारा पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी गई, लेकिन कई घंटे बाद भी आग बुझाने के लिए ना ही फायर ब्रिगेड पहुंची और ना ही स्थानीय पुलिस। आग की भयावहता तेजी के साथ बढ़ रही थी। देर शाम तक आग पर काबू पाए जाने तक में तीन बीघा से ज्यादा गेंहू की फसल राख में तब्दील हो चुकी थी।