तेज हवा और बारिश के संग गिरे ओले, फसलों के नुकसान से किसान चिंतित Prayagraj News

बारिश के साथ ओले पडऩे से यमुनापार के कोरांव मेजा लेडिय़ारी खीरी और नारीबारी इलाके में ज्यादातर दलहनी और तिलहनी के साथ गेहूं की अगेती फसलें भी चौपट हो गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 13 Mar 2020 10:17 AM (IST) Updated:Fri, 13 Mar 2020 03:12 PM (IST)
तेज हवा और बारिश के संग गिरे ओले, फसलों के नुकसान से किसान चिंतित Prayagraj News
तेज हवा और बारिश के संग गिरे ओले, फसलों के नुकसान से किसान चिंतित Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। जिले में गुरुवार देररात तेज हवा के साथ बारिश और ओले गिरे। लगभग एक घंटे की बारिश से किसानों के चेहरे चिंता की लकीरें छा गईं। तेज हवा के साथ बारिश से खडी फसलों को काफी नुकसान हुआ। बारिश और हवा से बची फसलों को ओलों ने चौपट कर दिया। बिन मौसम की बरसात से अन्‍नदाता काफी मायूस हैं। इससे पहले बुधवार शाम को यमुनापार इलाके में ही बूंदाबांदी के साथ ओले गिरे लेकिन गुरुवार रात लगभग पूरे जनपद के साथ आसपास के इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरे।  

यमुनापार में ज्‍यादा नुकसान

मौसम में आए बदलाव का फसलों पर भी प्रभाव पड़ा है। बारिश के साथ ओले पडऩे से यमुनापार के कोरांव, मेजा, लेडिय़ारी, खीरी और नारीबारी इलाके में ज्यादातर दलहनी और तिलहनी के साथ गेहूं की अगेती फसलें भी चौपट हो गई। फसल गिरने से गेहूं के दाने खराब होंगे। पिछले हफ्ते भी यमुनापार के कोरांव, मेजा, बड़ोखर, नारीबारी, घूरपुर में बारिश हुई थी। कई स्थानों पर ओले पड़े थे। इसके बाद बुधवार शाम बारिश हुई तो रात में ओले गिरे। मेजा, कोरांव क्षेत्र में सबसे ज्यादा वे गांव प्रभावित हुए जो नदियों के किनारे हैैं। बेलन, टुडिय़ारी, टोंस, गोरमा, नैनी और लपरी नदियों के किनारे बसे सौ से ज्यादा गांवों में ओले गिरे। देवरी, खिवली, नेवादा, कोहड़ार, बहियारी, पिपरहिया, पथरा, जतहरा, शाहपुर खुर्द, बैइयां, सुहास, अरुआरी, लोरमटी, लखनपुर, लौव्वाकोट, जोकनहाई, दुघरा, भचकरी, सिरोखर, तेंदुआ, बरौंध, टुडिय़ार, रतेवरा, गजनी, दर्शनी, बोगन, बड़ोखर, पचेरा, संसारपुर आदि गांवों में तो ओले गिरने से चना, मटर और अरहर की फसलों तथा सरसों व अलसी की फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है। गेहूं की बालियों में दाने कम पड़ेंगे, जो पड़ेंगे भी तो वे काले हो सकते हैैं। किसान विक्रम सिंह, राजीव त्रिपाठी, गुुरु प्रसाद पांडेय, चंद्रमा प्रसाद तिवारी, गणेश मिश्र, राजकरन पटेल, प्रदीप मौर्य, दिनेश तिवारी ने बताया कि कई सब्जी की फसलों को भी क्षति पहुंची है। कौंधियारा के दिनेश पांडेय ने बताया कि आम की बौर भी प्रभावित हुई है। इस बार पेड़ में काफी बौर आई थी। अच्छी फसल की उम्मीद थी।

किसान विभाग ने सत्यापन को गठित कीं टीमें

ओले गिरने से फसलों को हुई क्षति के आंकलन के लिए कृषि विभाग ने टीमें गठित कर दी हैं। जिला कृषि अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि कृषि विभाग के साथ ही बीमा कंपनियों को भी लगाया गया है। सत्यापन रिपोर्ट आने पर किसानों को बीमा का लाभ दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी