Ganga-Yamuna Flood: प्रयागराज में फिर उफान पर Ganga-Yamuna, देखें जलस्तर की Current Report
Ganga-Yamuna Flood प्रयागराज में यमुना का जलस्तर आज मंगलवार से फिर बढ़ा है। पिछले दो दिनों यमुना के साथ ही गंगा का भी जलस्तर घटने लगा था। यमुना का जलस्तर फिर से बढऩे पर जिला प्रशासन की ओर से तटीय इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता के निर्देश दे दिए गए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दो प्रमुख नदियों (Ganga-Yamuna) से घिरी संगम नगरी यानी प्रयागराज में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। पिछले दो दिनों से गंगा और यमुना का जलस्तर घट रहा था। हालांकि आज मंगलवार 23 अगस्त की सुबह यमुना का पानी फिर बढऩे लगा है। तटीय इलाकों में बाढ़ को लेकर अलर्ट पहले से ही जारी है। वहां रहने वाले लोग एक बार फिर बाढ़ को लेकर आशंकित हैं।
गंगा-यमुना का जलस्तर अपडेट (दोपहर 12 बजे तक)
गंगा नदी- फाफामऊ- 82.01 मीटर- खतरे का निशान- 84.73 मीटर
गंगा नदी- छतनाग- 81.31- खतरे का निशान- 84.73 मीटर
यमुना नदी- नैनी- 81.85 मीटर- खतरे का निशान- 84.73 मीटर।
पिछले चार घंटे में जलस्तर :
फाफामऊ में गंगा 4 सेमी बढ़ी है
छतनाग में गंगा 8 सेमी बढ़ी है
नैनी में यमुना 14 सेमी बढ़ी हैं।
आज सुबह 8 बजे तक गंगा-यमुना का जलस्तर
गंगा नदी- फाफामऊ- 81.97 मीटर
गंगा नदी- छतनाग- 81.23 मीटर
यमुना नदी- नैनी- 81.71 मीटर।
मध्य प्रदेश की नदियों का पानी यमुना में मिलने से जलस्तर बढ़ा : मध्य प्रदेश में तेज वर्षा के चलते वहां केन, बेतवा और नर्मदा नदियों में बाढ़ की स्थिति है। केन और बेतवा का पानी यमुना में आ रहा है। इससे यमुना के जलस्तर में उफान है। बेतवा नदी पर ललितपुर स्थित माताटीला बांध से पिछले दिनों डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। दो दिन से यह बढ़ाकर ढाई लाख क्यूसेक कर दिया गया। इसी तरह चंबल नदी और यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से भी दो लाख से बढ़ाकर चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाने लगा है। इसका असर अब दिखाई देने लगा है।
नदी तटीय इलाकों में विशेष सतर्कता : मंगलवार को यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। जबकि पिछले दो दिनों से यमुना के साथ ही गंगा का भी जलस्तर घटने लगा था। अब यमुना का जलस्तर फिर से बढऩे पर जिला प्रशासन की ओर से तटीय इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता के निर्देश दे दिए गए हैं। बाढ़ राहत शिविरों तथा बाढ़ राहत चौकियों को भी सक्रिय कर दिया गया है।
क्या कहते हैं जिलाधिकारी : डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि बाढ़ से बचाव के लिए काफी तैयारी की गई है। राहत शिविरों से लेकर राहत चौकियों की भी व्यवस्था कर दी गई है।
सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड ने जलस्तर और बढ़ने की संभावना जताई : सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार का कहना है कि अभी यमुना में और पानी आने की उम्मीद है, जिससे जलस्तर बढ़ेगा।
12 टीमें 24 घटें करेंगी तटबंधों की निगरानी : गंगा-यमुना उफान पर हैं। आधा मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठ रही है। तटीय इलाकों के सैकड़ों घरों में पानी भर गया है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग की ओर से अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। तेज बहाव को देखते हुए चारों तटबंधों की निगरानी के लिए 12 टीमों का गठन किया गया है। यह टीम चारों तटबंधों की निगरानी 24 घंटे करेंगी। अधिशासी और सहायक अभियंताओं की संयुक्त टीम बनाकर निगरानी कराई होगी। एक टीम में तीन से चार सदस्यों को शामिल किया गया है।
क्या कहते हैं सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिकारी : सिंचाई विभाग बाढ़ कार्य खंड के अधिशासी अभियंता बृजेश कुमार ने बताया कि बंख्शीबांध, बेनी बांध, यमुना बाध-1, यमुना बांध-2 की होगी निगरानी बढ़ाई गई है। तटबंधों में किसी तरह की समस्या जलस्तर बढ़ने के कारण न आने पाए, इसके लिए टीम का गठन किया गया है। यह टीम तटबंधों की लगातार निगरानी करेगी।