राशन की दुकानों पर भी जमा होंगे बिजली के बिल

अब लंबी लाइन में लगकर बिजली का बिल जमा करने से लोगों को मुक्ति मिलेगी। शासन की पहल पर अब सरकारी राशन की दुकान में भी इसे जमा किया जा सकता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 02 Jun 2019 06:50 PM (IST) Updated:Mon, 03 Jun 2019 10:07 AM (IST)
राशन की दुकानों पर भी जमा होंगे बिजली के बिल
राशन की दुकानों पर भी जमा होंगे बिजली के बिल

प्रयागराज, जेएनएन। बिजली का बिल जमा करना अब आसान होगा। शासन ने इसके लिए एक और विकल्प दिया है, वह है राशन की सरकारी दुकान। यहां पर भी बिल का भुगतान लोग सकेंगे। प्रतापगढ़ जिले में बिजली के ढाई लाख उपभोक्ता हैं। इनमें शहर के करीब 24 हजार हैं। हर माह सात करोड़ पचास लाख रुपये का राजस्व मिलना चाहिए, पर नहीं मिलता। छह के नीचे ही आमतौर पर रहता है। इसके लिए विभाग ने कई बार सोचा। 

बिजली जमा करने की लचर व्यवस्था से भी राजस्व वसूली प्रभावित 

राजस्व की वसूली कम होने में एक बड़ा कारण बिजली जमा करने की लचर व्यवस्था भी है। लोग धूप में लाइन लगाकर परेशान होने के डर से पावर हाउस तक नहीं जाते। जमा करने जाने वाले पूरे दिन परेशान होते हैं। इस समस्या को दूर करने व राजस्व को बढ़ाने के मकसद से शासन ने सरकारी कोटे की दुकान पर बिल जमा करने का विकल्प तैयार किया है। वहां पर राशन के वितरण के लिए ई-पास (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ सेल) मशीन लगाई ही गई है। अब इसी मशीन में उपभोक्ता अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड लगाकर भुगतान कर सकेंगे। 

बिजली बिल जमा करने का यह है प्रोसेस

इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ सेल मशीन में उपभोक्ता अपने क्रेडिट कार्ड को लगाएंगे। इसके बाद बिल संख्या व कनेक्शन संख्या फीड करना होगा। इसके बाद जमा की जाने वाली धनराशि फीड कर ओके का बटन दबाना होगा। इससे उपभोक्ता के बैंक  खाते से बिल की धनराशि बिजली विभाग के खाते में चली जाएगी। कुछ देर बाद विभाग की ओर से थैंक्स के साथ मोबाइल पर यह मैसेज आएगा कि आपका भुगतान प्राप्त हो गया है। इस व्यवस्था को अमल में लाने के लिए कोटेदारों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। हालांकि यह कोटेदारों के लिए एक नया झमेला ही है, पर शासन का आदेश है तो करना पड़ेगा। 

कहते हैं अधीक्षण अभियंता विद्युत 

विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता एसके ङ्क्षसह कहते हैं कि बिल के सहज भुगतान के लिए शासन ने नई व्यवस्था लागू की है। अभी यह अमल में तो नहीं आ पाई है, लेकिन जल्दी ही इसका संचालन कराया जाएगा। कोटेदारों का सहयोग महत्वपूर्ण होगा, जिसके लिए डीएसओ से बात की गई है।

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