रीड एलांग कार्यक्रम के तहत विकसित होंगे डेमोस्ट्रेशन स्कूल, पहले चरण में 20 जनपदों के 500 स्‍कूल होंगे विकसित Prayagraj News

रीड एलांग कार्यक्रम के तहत डेमोस्ट्रेशन स्कूलों का चयन वहीं होगा जहां पर रीड एलांग एप का अधिक से अधिक स्टालेंशन हुआ। विद्यालय में स्मार्ट क्लास होना जरूरी है। स्कूल में बिजली व इंटरनेट की भी व्यवस्था होनी चाहिए।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:41 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 09:41 AM (IST)
रीड एलांग कार्यक्रम के तहत विकसित होंगे डेमोस्ट्रेशन स्कूल, पहले चरण में 20 जनपदों के 500 स्‍कूल होंगे विकसित Prayagraj News
मिशन प्रेरणा के तहत सभी जिलों में रीड एलांग कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।

प्रयागराज,जेएनएन। परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों के पढऩे का स्तर उठाने का प्रयास हो रहा है। इसके लिए मिशन प्रेरणा के तहत सभी जिलों में रीड एलांग कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। उसी क्रम में 25 जनपदों के 500 स्कूलों को डेमोस्ट्रेशन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। दूसरे चरण में 50 जनपदों में 1000 स्कूल योजना का हिस्सा बनेंगे।

पहला चरण अप्रैल 2021 से जुलाई 2021 तक चलेगा। दूसरा चरण अगस्त 2021 से 2022 तक चलना है। इसके लिए विद्यालयों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उसके बाद सभी जिलों में योजना को विस्तर दिया जाएगा।

बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि सामुदायिक जागरूकता के लिए वाट््सएप व अन्य माध्यमों से रीड एलांक कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। इस कार्यक्रम को एआरपी, शिक्षक संकुल व अध्यापकों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। प्रत्येक जिले के एआरपी, शिक्षक संकुल व अध्यापकों को रीड एलांग से संबंधित शिक्षण सामग्री का अध्ययन व यूट्यूब लाइव में शामिल होना अनिवार्य है।

स्मार्ट क्लास वाले विद्यालय शामिल होंगे योजना में

रीड एलांग कार्यक्रम के तहत डेमोस्ट्रेशन स्कूलों का चयन वहीं होगा जहां पर रीड एलांग एप का अधिक से अधिक स्टालेंशन हुआ। विद्यालय में स्मार्ट क्लास होना जरूरी है। स्कूल में बिजली व इंटरनेट की भी व्यवस्था होनी चाहिए। यह कार्यक्रम कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों के लिए संचालित होगा। उन्हीं विद्यालयों को योजना में शामिल किया जाएगा जहां सभी विषयों के शिक्षक हों। योजना को मूर्त रूप देने में शिक्षकों को खास सहयोग देना होगा।

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