अक्षयवट दर्शन को उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़, तगड़ी सुरक्षा
आम लोगों के खोले जाने के बाद से अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन और पूजन को लोगों की भीड़ जुट रही है। सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध है।
प्रयागराज : किला स्थित मूल अक्षयवट के दर्शन शुरू हो चुका है। कुंभ मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। हजारों की संख्या में लोग दर्शन को आतुर हैं। ऐसे में सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
पहले दिन दोपहर में एक बजे शुरू हुआ दर्शन शाम पांच बजे तक बंद कराया गया। प्रशासन का दावा रहा कि पहले दिन लगभग 30 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र वट वृक्ष के दर्शन किए। मुख्यमंत्री द्वारा अक्षयवट दर्शन का श्रीगणेश किए जाने के कुछ देर बाद आम श्रद्धालुओं का भी किले में प्रवेश शुरू हो गया। दोपहर में लगभग एक बजे से आम श्रद्धालुओं का दर्शन प्रारंभ हुआ। शाम पांच बजकर पांच मिनट तक दर्शन कराया गया। एसपी फोर्ट एनपी सिंह ने बताया कि स्कैन मशीन से 30 हजार 152 श्रद्धालुओं के सामान चेक किए गए। स्पष्ट है कि इतने ही लोगों ने दर्शन किए। उन्होंने बताया कि काफी लोगों ने सरस्वती कूप और पातालपुरी का भी दर्शन किया। कुछ ऐसे भी दर्शनार्थी थे जो केवल अक्षयवट ही गए और फिर किले के बाहर हो गए।
कई बार दर्शन की तमन्ना
दरअसल, अक्षयवट जाने वाले काफी लोग ऐसे भी हैं जो पिछले दिनों पातालपुरी जा चुके थे। यही नहीं काफी लोग सरस्वती कूप भी जा चुके हैं। उनमें कई बार इसका दर्शन करने की तमन्ना भी दिखी। एडीएम कुंभ व अक्षयवट दर्शन के नोडल अधिकारी दिलीप कुमार त्रिगुनायत ने बताया कि रोज सुबह छह बजे से शाम पांच बजे तक अक्षयवट के दर्शन होंगे। अपरान्ह एक बजे कुछ समय साफ-सफाई के लिए दर्शन बंद होगा। अनुमान है कि रोज 60-65 हजार श्रद्धालु पवित्र वट वृक्ष के दर्शन कर सकेंगे।
मेलाधिकारी ने कहा
कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि प्रमुख स्नान पर्वों पर अक्षयवट दर्शन कराने के लिए जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही सिक्योरिटी कमेटी की बैठक होगी, जिसमें प्रशासन, पुलिस और सेना के उच्चाधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पूरे साल अक्षयवट के दर्शन के लिए प्लाङ्क्षनग बनाई जा रही है।
खास बातें
-2.5 करोड़ रुपये से किला में विकास कार्य कराए गए हैं अक्षयवट दर्शन के लिए
-11 घंटे के लगभग रोज श्रद्धालुओं को कराया जाएगा पवित्र वट वृक्ष के दर्शन
-65 हजार श्रद्धालओं के रोज अक्षयवट के दर्शन पाने का लगाया गया है अनुमान
-05 सौ पुलिस, अद्र्ध सैनिक बल व सेना के जवानों की हुई है सुरक्षा के लिए तैनाती
-03 वरिष्ठ अधिकारी प्रशासन, पुलिस और सेना के बनाए गए हैं नोडल अफसर
-2.5 किमी का किला में बनाया गया है परिपथ, जिससे श्रद्धालु होकर गुजरेंगे