डीएलएड की नहीं भर सकीं सीट, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने भेजा तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव

प्रदेश में डीएलएड की 242200 सीटे हैैं। दो वर्षीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सीटों के मुताबिक विद्यार्थी पिछले कुछ वर्षों से नहीं मिल रहे हैैं। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते प्रवेश नहीं लिया गया। उसके पहले वर्ष 2019 के सत्र में 69515 सीटें खाली रह गई थीं

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 12:23 PM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 12:23 PM (IST)
डीएलएड की नहीं भर सकीं सीट, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने भेजा तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव
उम्मीद थी कि इस बार आवेदन अधिक आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ

प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। वजहें कुछ भी हों, लेकिन हकीकत यह है कि तिथि बढ़ाए जाने के बावजूद डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड) की सीटें नहीं भरीं। करीब 47,000 सीटें खाली रह गई हैैं। यह स्थिति तब है, जब पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण आवेदन ही नहीं लिए गए थे। इस कारण उम्मीद थी कि इस बार आवेदन अधिक आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) सचिव ने सीटें भरने के प्रयास में आवेदन करने की तिथि एक बार और बढ़ाए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। उम्मीद है कि तिथि बढ़ जाने पर सीटों के सापेक्ष आवेदन प्राप्त हो सकेंगे मगर यह साफ है कि डीएलएल मे्ं दाखिला कराने में रूचि कम हुई है।

2,42,200 सीटों के सापेक्ष आए कुल 1,95,343 आवेदन

प्रदेश में डीएलएड की 2,42,200 सीटे हैैं। दो वर्षीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सीटों के मुताबिक विद्यार्थी पिछले कुछ वर्षों से नहीं मिल रहे हैैं। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते प्रवेश नहीं लिया गया। उसके पहले वर्ष 2019 के सत्र में 69,515 सीटें खाली रह गई थीं, जबकि वर्ष 2018 में 76,929 सीटें रिक्त रह गई थीं। सत्र-2021 के लिए 20 जुलाई से अभ्यर्थियों से आवेदन लिए जा रहे थे। अंतिम तिथि अगस्त के दूसरे सप्ताह तक सीटों के सापेक्ष आवेदन न आने पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय ने तिथि बढ़ाकर 30 अगस्त कर दी। इस अवधि में आवेदन तो बढ़े, लेकिन इतने नहीं कि सभी आवेदकों को प्रवेश देकर भी सीटें भरी जा सकें।

कोरोना संक्रमण के कारण भी आवेदन करने की रफ्तार कम है

अगर सभी आवेदकों को प्रवेश दे भी दिया जाए, तब भी सीटों के सापेक्ष करीब 47,000 आवेदन कम आए हैैं। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने फिर अंतिम तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। उनका मानना है कि कोरोना संक्रमण के कारण भी आवेदन करने की रफ्तार कम है। ऐसे में और समय बढऩे पर सीटों के सापेक्ष अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे।

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