विदेश से भी मदद मिली तो गोल्डेन गर्ल के चेहरे पर 'मुस्कान', जाएगी चीन Prayagraj News

अब गोल्‍डेन गर्ल को चीन में आयोजित सॉफ्ट टेनिस वर्ल्ड चैंपियनशिप में जरूर भाग लेगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की इस छात्रा की मदद को देश विदेश से आर्थिक सहायता मिल रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 09:31 AM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 02:39 PM (IST)
विदेश से भी मदद मिली तो गोल्डेन गर्ल के चेहरे पर 'मुस्कान', जाएगी चीन Prayagraj News
विदेश से भी मदद मिली तो गोल्डेन गर्ल के चेहरे पर 'मुस्कान', जाएगी चीन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। गोल्डेन गर्ल मुस्कान यादव के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की तिजोरी तो नहीं खुल सकी, लेकिन शहरियों के साथ विदेशों से भी उसे चीन जाने के लिए आर्थिक मदद देने वालों का तांता लग गया है। एमएलसी वासुदेव यादव और निधि यादव ने भी गोल्डेन गर्ल को अपने जॉर्जटाउन स्थित आवास पर सम्मानित कर 50 हजार रुपये की मदद दी।

चीन में आयोजित साउथ एशियन साफ्ट टेनिस चैंपियनशिप में चयनित हैं मुस्‍कान

गोविंदपुर इलाके के कैलाशपुरी की मुस्कान यादव 13 से 17 अक्टूबर तक अहमदाबाद में आयोजित प्रथम साउथ एशियन साफ्ट टेनिस चैंपियनशिप और 25 अक्टूबर से एक नवंबर तक चीन में आयोजित 16वीं वल्र्ड सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में चुनी गई। चीन जाने के लिए मुस्कान को 1.20 लाख रुपये की आवश्यकता थी। घर की माली हालत ठीक न होने की वजह से मुस्कान चीन जाने की स्थिति में नहीं थी। उसने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई।

इविवि छात्रसंघ के निवर्तमान पदाधिकारियों की पहल

छात्रसंघ बहाली की लड़ाई लड़ रहे निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव और उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने उसके लिए आर्थिक मदद जुटाने की पहल की। फलस्वरूप मुस्कान अब चीन जा सकेगी। एमएलसी वासुदेव यादव ने मुस्कान को 50 हजार रुपये दिए। साथ ही आश्वस्त किया कि वह हर संभव मदद करेंगे। इस दौरान मुस्कान के साथ सेल्फी लेने की होड़ मची रही। मुस्कान ने बताया कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा व दुबई से भी आर्थिक मदद मिल रही है।

...कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती

मुस्कान यादव को अब तक 12 स्वर्ण पदक, छह रजत और नौ कांस्य पदक के अलावा दर्जनों ट्रॉफी मिले हैं। मुस्कान कहती हैं कि खिलाड़ी केवल हार्ड वर्क पर भरोसा करें। आर्थिक मदद कभी बाधा नहीं बनती है। अभी भी इंसानियत जिंदा है। उन्होंने अपने दोस्तों आदर्श त्रिपाठी, शिवम शुक्ला, कर्णिका भट्ट व शर्मिष्ठा यादव को संघर्षों का साथी बताया।

पीआरओ के बयान की निंदा

इविवि के पीआरओ डॉ. चित्तरंजन कुमार के गैरजिम्मेदाराना बयान को लेकर छात्रों के अलावा आम शहरियों में भी रोष है। छात्रसंघ बहाली की लड़ाई लड़ रहे संयुक्त संघर्ष समिति का कहना है कि ऐशो-आराम के लिए इविवि प्रशासन के पास धनराशि की कमी नहीं है लेकिन प्रतिभाओं को  निखारने को उसकी तिजोरी खाली है।

कैबिनेट मंत्री नंदी के साथ इन्होंने मदद को बढ़ाए हाथ

संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने बताया कि कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने मुस्कान को बतौर मदद 25 हजार रुपये दिए। इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा, रोटरी क्लब, क्लाईमैक्स कोचिंग, गोल्ड जिम, जिपं अध्यक्ष प्रतापगढ़ छविनाथ यादव, समाजवादी छात्रसभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने मिलकर 50 हजार की मदद की है। इसके अलावा खेल गांव पब्लिक स्कूल के निदेशक यूके मिश्रा ने दस हजार रुपये, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष आइके चतुर्वेदी ने दस हजार, बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राहुल पांडेय ने 51 सौ रुपये की मदद की।

सहयोग करने वालों का समि‍ति ने जताया आभार

संयुक्त संघर्ष समिति ने सभी को धन्यवाद दिया। सभा का संचालन निवर्तमान अध्यक्ष उदय प्रकाश व धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव ने किया। इस दौरान निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, विक्रांत सिंह, निर्भय द्विवेदी, अखिलेश गुप्ता, संदीप मोर्चा, अविनाश विद्यार्थी, जितेश मिश्रा, अजय सम्राट, दुर्गेश सिंह, सौरभ बंटी, सत्यम कुशवाहा, मसूद अंसारी, शशांक शर्मा आदि मौजूद रहे।

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