24 घंटे 'तीसरी आंख' की निगहबानी में रहेंगे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी। डीएसडब्ल्यू प्रो. ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे व गार्ड तैनात हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 17 Jul 2019 11:34 AM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 04:42 PM (IST)
24 घंटे 'तीसरी आंख' की निगहबानी में रहेंगे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल Prayagraj News
24 घंटे 'तीसरी आंख' की निगहबानी में रहेंगे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में अराजकता और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए इविवि प्रशासन अब सख्त हो चुका है। पीसीबी हॉस्टल में छात्रनेता रोहित शुक्ला की हत्या के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फटकार लगाई तो हॉस्टलों में चौकसी और बढ़ा दी गई। इसके लिए इविवि प्रशासन की ओर से हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए गए हैं। सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात कर दिए गए हैं। हॉस्टलों में अब केवल वैध छात्र ही जा सकेंगे। रजिस्टर में आगंतुकों का विवरण भी दर्ज होगा। 

हॉस्टलों में नए सत्र में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए इविवि प्रशासन की ओर से क्या इंतजाम किए गए हैं। इन्हीं मसलों पर डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार ने दैनिक जागरण से खास बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश...

सवाल : नए सत्र के साथ क्या हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है?

जवाब : हां, नए सत्र के साथ हॉस्टल के आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। हॉस्टल छात्र-छात्राओं को एक सत्र के लिए दिया जाता है। शैक्षणिक सत्र खत्म होने के बाद छात्र-छात्राओं से हॉस्टल खाली करा लिया जाता है। 

सवाल : हॉस्टलों में होने वाले अपराधों से निपटने के लिए इविवि प्रशासन की क्या रणनीति है?

जवाब : हॉस्टलों में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए इविवि प्रशासन सख्त रवैया अपना रहा है। हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए गए हैं। सभी हॉस्टल 24 घंटे सीसीटीवी की निगहबानी में रहेंगे। एफसीआइ बिल्डिंग से इसकी मॉनिटङ्क्षरग होगी। यदि कोई अराजकता करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

सवाल : क्या केवल सीसीटीवी के भरोसे अपराध थम सकेगा?

जवाब : सीसीटीवी कैमरे के अलावा भी अन्य इंतजाम किए गए हैं। हॉस्टलों के गेट बंद रहेंगे। वहां सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। आगंतुकों का गेट पर ही जांच होगी। गार्ड हॉस्टल में आने वालों के विवरण रजिस्टर में दर्ज करेंगे। केवल वैध छात्रों को ही हॉस्टलों में प्रवेश मिलेगा।

सवाल : सुरक्षा के लिहाज से समन्वय कमेटी बनाई जानी थी। क्या उसका गठन कर लिया गया? 

जवाब : हॉस्टलों में अराजकता पर नकेल कसने के लिए समन्वय कमेटी का गठन कर दिया गया है। इसमें जिला प्रशासन से एडीएम सिटी, एसपी सिटी, एसीएम फस्र्ट, सीओ सिटी, सीओ कर्नलगंज और इंस्पेक्टर कर्नलगंज शामिल हैं। जबकि, इविवि प्रशासन की ओर से चीफ प्रॉक्टर, हॉस्टल अधीधक और डीएसडब्ल्यू कमेटी में शामिल हैं। महीने में दो बार कमेटी की बैठक का प्रावधान है। अभी पिछले दिनों बैठक हुई भी थी।

सवाल : इविवि में दाखिले के सापेक्ष हॉस्टल कम हैं, इसके लिए क्या तैयारी है?

जवाब : यह समस्या तो है। इविवि के पास पर्याप्त हॉस्टल नहीं है। ऐसे में छात्र-छात्राओं को परेशानी झेलनी पड़ती है। छात्र-छात्राओं की परेशानी को देखते हुए तीन हॉस्टल और बनवाए जा रहे हैं। विभिन्न हॉस्टलों में इस बार 4074 छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिला है। इसमें 1765 छात्र और 1269 छात्राएं शामिल हैं। इसके अलावा 1040 छात्रों को ट्रस्ट के हॉस्टल में प्रवेश दिए गए हैं। हालांकि, यह संख्या नाकाफी हैं।

सवाल : हॉस्टलों में मेस संचालन के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

जवाब : सभी हॉस्टलों में मेस का संचालन बेहतर होगा। इसके लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी में हॉस्टल के ही दस विद्यार्थियों को रखा जाएगा। बीच-बीच में औचक निरीक्षण कर मेस की व्यवस्थाएं भी परखी जाएंगी।

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