कसारी मसारी में अवैध प्लाटिंग पर चला पीडीए का बुल्डोजर Prayagraj News

अवैध प्लाट पर निर्माणाधीन चार भवन भी सील किए गए। कालिंदीपुरम आवास योजना में एक अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 29 Nov 2019 09:52 PM (IST) Updated:Fri, 29 Nov 2019 09:52 PM (IST)
कसारी मसारी में अवैध प्लाटिंग पर चला पीडीए का बुल्डोजर Prayagraj News
कसारी मसारी में अवैध प्लाटिंग पर चला पीडीए का बुल्डोजर Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन ।  प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को कसारी मसारी समेत आसपास के बड़े इलाके में अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान दो स्थानों पर तकरीबन 25 बीघा में अïवैध प्लाटिंग बंद कराई गई। अवैध प्लाट पर निर्माणाधीन चार भवन भी सील किए गए। कालिंदीपुरम आवास योजना में एक अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया।

चार भवन सील किए गए

जोनल अधिकारी आलोक पांडेय के नेतृत्व में दस्ते ने पप्पू उर्फ गुड्डू (जावेद) द्वारा मौजा कसारी मसारी में पीडीए की योजना के सेक्टर यमुना कुंज से सटे लगभग पांच बीघा क्षेत्रफल में की गई अवैध प्लाटिंग को उजाड़ा। यहां कई प्लाटों पर चहारदीवारी का निर्माण करा लिया गया था, जिसे जेसीबी से ध्वस्त किया गया। अवैध प्लाटिंग में निर्माणाधीन चार भवन सील किए गए। निर्माणकर्ताओं के नाम पीडीए को नहीं पता चल सके। देवघाट झलवा में जफर द्वारा लगभग 20 बीघा जमीन पर अवैध रूप से प्लाटिंग करते हुए नाले को पाटकर सीवर लाइन डाली जा रही थी, जिसे मौके पर बंद कराया गया। दस्ते ने कालिंदीपुरम में वसुधा विहार आवास योजना के सामने सौ फीट चौड़े मुख्य मार्ग के किनारे नाले से सटाकर किए जा रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। कार्रवाई में जेई अनिल कुमार सिंह, एसीएम, धूमनगंज थाने की पुलिस, पीएससी, पीडीए का प्रवर्तन दल शामिल था।

परेड से हटाया जाएगा अतिक्रमण

 परेड मैदान पर अवैध रूप से बसे लोगों और दुकानदारों को हटाया जाएगा। इन लोगों को पिछले दिनों तीन सप्ताह का समय दिया गया था।

परेड मैदान पर ओडी फोर्ट के आसपास, बांध और दारागंज तक सैकड़ों लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। इसके अलावा बड़े हनुमान मंदिर के पास सौ से अधिक लोग दुकान लगाकर फल, फूल और मिष्टान बिक्री का धंधा कर रहे हैं। इस महीने के पहले पखवाड़े में कैंट बोर्ड, सेना और रक्षा संपदा की टीम ने परेड पर हुए अवैध कब्जे का सर्वे किया। सर्वे करने के बाद कैंट बोर्ड की सीईओ माने अमित कुमार बाबुराव ने बताया कि परेड पर उन्होंने 24 दुकानों को अस्थाई रूप से कारोबार करने का लाइसेंस दिया है। इसके अलावा सभी अवैध है। कैंट की ओर से 13 नवंबर को वहां पर हुए अवैध कब्जों को नोटिस दिया गया था। उस दौरान अवैध कब्जे वालों को तीन सप्ताह का समय दिया गया था। वह समय लगभग पूरा हो रहा है।

इस भूखंड पर है अवैध कब्जे

जांच में पाया गया कि भूखंड या सर्वे संख्या 94/39, 94/54, 94/55, 94/56, 94/57, 94/58, 94/59, 94/60, 94/61, 94/62, 94/63, 94/64, 94/65, 94/66, 94/67, 94/68, 94/69 और 94/70 पर अवैध कब्जे हैं।

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