Bharat Bandh in Prayagraj : खुले रहेंगे बाजार, व्यापारियों का समर्थन नहीं
पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से व्यापारी संगठनों और बड़े किसानों के भारत बंदी के संदर्भ में मंथन हुआ। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने स्पष्ट किया कि वह किसानों की मांग का सैद्धांतिक रूप से समर्थन तो करेंगे लेकिन जबर्दस्ती किसी भी बंदी या तोडफ़ोड़ के वह खिलाफ हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। तीन नए कृषि कानून को लेकर सियासत भी गर्म है। दिल्ली में धरना प्रदर्शन और केंद्र सरकार से बातचीत के बीच तीनों कानूनों का विरोध करने वालों ने आठ दिसंबर यानी मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। लेकिन, स्थानीय स्तर पर कर्ई व्यापारिक संगठनों ने इस बंद का विरोध किया है। उनका कहना है कि वह भारत बंद के समर्थन में नहीं हैैं। अगर जबरिया प्रतिष्ठान बंद कराए गए तो वह इसका विरोध करेंगे। प्रगतिशील किसानों ने भी भारत बंद का विरोध किया है। उनका मानना है कि इस कानून से किसानों के अच्छे दिन आएंगे।
किसानों और व्यापारियों के हित में हैैं तीनों कृषि कानून
मंगलवार को भारत बंद के आह्वïान के चलते मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह ने उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर बातचीत की। जिला अध्यक्ष योगेश गोयल ने कहा कि प्रयागराज के व्यापारी मंगलवार के बंद के समर्थन में नहीं हैं। साथ ही यह भी जोड़ा कि जो तीन नए कृषि कानून केंद्र सरकार ने पारित किए हैं, वह व्यापारियों एवं किसानों के हित में हैं। उन्होंने कहा कि किसी तरह का प्रदर्शन, जुलूस तोडफ़ोड़ या व्यापारिक संपत्ति का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। महामंत्री नवीन अग्रवाल ने पुलिस प्रशासन से भी सहयोग मांगा। प्रतिनिधिमंडल में जिला सह कोषाध्यक्ष संदीप अग्रवाल, सिविल लाइंस इकाई के अध्यक्ष सौरभ गुप्ता, महामंत्री संकेत अग्रवाल एवं रमन जय हिंद उपस्थित रहे।
व्यापारी अपनी दुकानें खोले रखें
इलाहाबाद मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा है कि मंगलवार की बंदी को लेकर भ्रमित न हों। एसोसिएशन इस बंदी का समर्थन नहीं कर रहा है। व्यापारी अपनी दुकानें खोलें और राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दें।
जबरिया दुकानें बंद कराने पर करेंगे विरोध
पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से व्यापारी संगठनों और बड़े किसानों के भारत बंदी के संदर्भ में मंथन हुआ। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने स्पष्ट किया कि वह किसानों की मांग का सैद्धांतिक रूप से समर्थन तो करेंगे, लेकिन जबर्दस्ती किसी भी बंदी या तोडफ़ोड़ के वह खिलाफ हैं। कोई भी संगठन यदि व्यापारी को धमका कर, उपद्रव करके दुकानों को बंद कराने का प्रयास करेगा तो व्यापार मंडल इसका पुरजोर विरोध करेगा।
इसके अलावा व्यापारियों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था समेत रात में गश्त के लिए चौकीदार और सीसीटीवी लगवाने को लेकर भी चर्चा की गई। प्रशासन ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा करना शासन की प्राथमिकता है। बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश, आइजी केपी सिंह, एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के अलावा संजय अग्रवाल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष रमेश केसरवानी, मंडल प्रभारी सुशांत केसरवानी, महानगर अध्यक्ष लालू मित्तल, मनीष गुप्ता, मुसाब खान, मोहम्मद शेख कादिर, अनूप वर्मा, नीरज गुप्ता आदि व्यापारी शामिल थे।
किसानों से सहानुभूति, पर बंदी गलत
उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल की बैठक चौक व्यायामशाला में हुई। इसमें अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी शामिल हुए। तय किया गया कि जबरिया बंदी कराया जाना गलत है। व्यापारियों से अपील की गई कि वह अपनी-अपनी दुकानें खोलें और जबरन दुकान बंद कराने वालों का व्यापार मंडल सख्ती से विरोध करेगा। लॉकडाउन में व्यापार प्रभावित हुआ है और अब सहालग के सीजन में बंदी से व्यापारियों को और नुकसान होगा। व्यापारी किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं। लेकिन, बंदी का विरोध करते हैं। बैठक का संचालन मंडल प्रभारी सुशांत केसरवानी ने किया। रामजी केसरवानी, राजीव कृष्ण श्रीवास्तव बंटी, लालू मित्तल, अनूप वर्मा, रवि बंसल रतन केसरवानी, निखिल पांडेय, मुकेश गुप्ता, बादल केसरवानी, अभिषेक गुप्ता, कमलापति गुप्ता, बृजेश चौरसिया सहित कई व्यापारी शामिल थे।