Basic Education : प्रतापगढ़ के परिषदीय स्‍कूलों में डूब रही बुनियादी शिक्षा की नाव, 'खेवइया' की है कमी

Basic Education प्रतापगढ़ में नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में 100 शिक्षकों की जरूरत है। यहां सिर्फ 17 शिक्षकों की तैनाती है। पिछले तीन दशक से शिक्षकों की नियुक्ति पर शासन की रोक लगने के कारण यह स्थिति हुई। इससे कई विद्यालय शिक्षक विहीन भी हो गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 07:49 AM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 07:49 AM (IST)
Basic Education : प्रतापगढ़ के परिषदीय स्‍कूलों में डूब रही बुनियादी शिक्षा की नाव, 'खेवइया' की है कमी
प्रतापगढ़ के परिषदीय स्‍कूलों में शिक्षकों की कमी है।

प्रयागराज, जेएनएन। एक ओर तो सरकार बच्‍ची की शिक्षा के लिए तमाम उपाय कर रही है। वहीं दूसरी ओर यूपी के प्रतापगढ़ जिले में परिषदीय स्कूलों में बुनियादी शिक्षा की नाव डूब रही है। यहां नाव के खेवइया यानी शिक्षकों की बेहद कमी है। आधा दर्जन स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं। वहीं एक ही शिक्षक के जिम्मे दो-दो स्कूलों का प्रभार है। ऐसे में जाहिर है बच्‍चों की शिक्षा प्रभावित होगी ही।

शिक्षकों की नियुक्ति पर शासन की रोक

नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में 100 शिक्षकों की जरूरत है। यहां सिर्फ 17 शिक्षकों की तैनाती है। पिछले तीन दशक से शिक्षकों की नियुक्ति पर शासन की रोक लगने के कारण यह स्थिति हुई। इससे कई विद्यालय शिक्षक विहीन भी हो गए हैं। गत वर्ष लखनऊ में हुई बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि नगर क्षेत्र के स्कूलों में ग्रामीण अंचल से शिक्षकों की तैनाती कर दी जाए तथा जर्जर स्कूलों का कायाकल्प कराया जाए। इसके बावजूद विभाग का कोई आदेश नहीं आया।

नगर क्षेत्र में 117 शिक्षकों के पदों में मात्र 17 शिक्षकों की नियुक्ति

नगर क्षेत्र के प्राइमरी स्कूलों में सृजित 117 शिक्षकों के पदों में से मात्र 17 शिक्षकों की नियुक्ति है। 100 शिक्षको के पद रिक्त चल रहे हैं। इसके साथ चार विद्यालय शिक्षक विहीन चल रहे हैं। नगर क्षेत्र में कुल 27 प्राइमरी व सात पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं। 27 प्राइमरी स्कूलों में सिर्फ 17 शिक्षकों की तैनाती है, यह सभी शिक्षक अपने अपने विद्यालयों में हेडमास्टर हैं। पांच विद्यालय ऐसे हैं जो शिक्षामित्रों के सहारे चल रहे हैं। इनमें प्राथमिक विद्यालय माधवगंज प्रथम, चिलबिला द्वितीय, पड़ाव वार्ड द्वितीय, बलीपुर प्रथम तथा प्राथमिक विद्यालय मकंद्रूगंज तृतीय शामिल हैं।

यहां 15 शिक्षामित्रों की नियुक्ति है

नगर क्षेत्र के स्कूलों में कुल 15 शिक्षामित्रों की नियुक्ति है। इसी प्रकार नगर क्षेत्र में सात पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में 21 शिक्षकों की नियुक्ति है, जबकि 33 शिक्षकों का पद सृजित है। छात्र संख्या की बात करें तो प्राइमरी स्कूलों में 2000 तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में 600 बच्चे हैं। नगर क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक स्कूल जर्जर हाल में हैं। इस मामले को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के नगर अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय व मंत्री सुधीर कुमार सिंह ने कई बार बीएसए से मिलकर कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति की जाए अन्यथा शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर रही है। 

ये हैं शिक्षक विहीन विद्यालय

- प्राथमिक विद्यालय माधवगंज प्रथम, द्वितीय

- प्राथमिक विद्यालय दहिलामऊ द्वितीय 

- प्राथमिक विद्यालय करनपुर स पांडेय का पुरवा

- प्राथमिक विद्यालय पल्टन बाजार स मकंद्रूगंज तृृतीय

- मकंद्रूगंज तृतीय। 

बोले, बीएसएस अशोक कुमार सिंह

बीएसए अशोक कुमार सिंह कहते हैं कि नगर क्षेत्र के प्राइमरी स्कूलों में ग्रामीण क्षेत्र से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही जर्जर विद्यालयों का कायाकल्प होगा। बेसिक शिक्षा सचिव का आदेश अभी तक नहीं मिला है। आदेश मिलने पर ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों से विकल्प लेकर उन्हें नगर क्षेत्र में समायोजित किया जाएगा।

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