आतंकी हमला केंद्र सरकार की नाकामी का नतीजा : अहमद हसन

लखनऊ से आए पांच सदस्यीय दल ने पुलिस लाठीचार्ज में जख्मियों का हाल जाना। साथ आए विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने आतंकी हमला केंद्र सरकार की नाकामी का नतीजा बताया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 07:35 AM (IST)
आतंकी हमला केंद्र सरकार की नाकामी का नतीजा : अहमद हसन
आतंकी हमला केंद्र सरकार की नाकामी का नतीजा : अहमद हसन

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वार्षिकोत्सव के बाद बालसन चौराहे पर लाठीचार्ज में घायल हुए समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का हालचाल शनिवार को लखनऊ से आए पांच सदस्यीय दल ने लिया। दल नैनी जेल भी गया। नेतृत्व कर रहे विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कहा कि केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह से नाकाम रही है। उसी का नतीजा है कि आए दिन बार्डर पर जवान शहीद हो रहे हैं। उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए मेजा के महेश कुमार यादव समेत अन्य जवानों को श्रद्धांजलि दी।

अस्पताल में भर्ती लोगों का जाना हाल

लखनऊ से आए विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव, रामवृक्ष यादव, राम सुंदर निषाद, संतोष यादव, विधायक संग्राम सिंह यादव सचान हास्पिटल गए। उन्होंने वहां पर जिला अध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव से उनका हाल जाना। उसके बाद पार्वती नर्सिंग होम, सिटी अस्पताल, आदर्श हास्पिटल में गए। रिचा सिंह, निर्भय सिंह पटेल, राघवेंद्र सिंह, आदिल हमजा आदि घायलों का भी हालचाल लिया। उनका हौसला बढ़ाया। संदीप यादव, अनिल यादव, राजेश, आरएन यादव व अन्य सपा नेता और कार्यकर्ताओं ने भी अपनी चोट दिखाई। उसके बाद दल नैनी जेल गया। नैनी जेल में बंद नेताओं से भी मिले। वरिष्ठ नेता राम मिलन यादव से भी मिला। दल के साथ पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज, हीरामणि पटेल, सैयद इफ्तिखार हुसैन, दान बहादुर सिंह मधुर, आरिफ सिद्दीकी, सत्य वीर मुन्ना, सुशील यादव आदि मौजूद रहे।

पुरुष पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज कराएंगे मुकदमा

पार्वती हास्पिटल में भर्ती ऋचा सिंह से जब पांच सदस्यीय दल मिला तो उन्होंने पुलिस की बर्बरता की कहानी बताई। कैसे पुरुष पुलिस कर्मियों ने उन पर लाठियां बरसाईं। पूरे घटनाक्रम के दौरान वहां पर एक भी महिला पुलिस कर्मी नहीं थी। ऋचा ने कहा कि वह उन पर लाठी बरसाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगी। इसकी शिकायत महिला अधिकार संगठन, मानवाधिकार आयोग से भी करेंगी।

chat bot
आपका साथी