Action on Mafia : अब चौथा माफिया राजेश यादव भी पुलिस के रडार पर Prayagraj News

कुछ साल पहले मुंबई की अदालत में दिनदहाड़े दो वकीलों की हत्या की गई थी जो काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ। इसमें मुंबई क्राइम ब्रांच ने राजेश यादव को पकड़ा था। तब पता चला था कि राजेश छोटा राजन गिरोह के लिए काम करता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 07:33 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 07:33 PM (IST)
Action on Mafia : अब चौथा माफिया राजेश यादव भी पुलिस के रडार पर Prayagraj News
Police has now started preparing to clamp down on Rajesh as well

प्रयागराज,जेएनएन।  पूर्व सांसद अतीक अहमद, पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा और पार्षद बच्चा पासी के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद पुलिस के रडार पर अब माफिया व हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव भी आ गया है। माफिया की फेहरिस्त में शामिल राजेश यादव कुख्यात अपराधी है। पिछले दो महीने से उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन अब पुलिस उसकी गतिविधि से लेकर संपत्ति तक के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।

राजेश यादव पर दर्ज हैं 26 मुकदमें

पुलिस रिकार्ड में झूंसी थाना क्षेत्र के नैका महीन गांव निवासी राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ कर्नलगंज, धूमनगंज, कैंट, सिविल लाइंस, शिवकुटी, जार्जटाउन, नैनी और झूंसी थाने में 26 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या का प्रयास, जानलेवा हमला, गैंगस्टर समेत कई मुकदमे हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि राजेश यादव भी दूसरे माफिया की तरह अवैध तरीके से प्रापर्टी डीलिंग करता है। अपराध के जरिए उसने भी काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। वह लंबे समय से घर से भागा हुआ है और मीरजापुर, वाराणसी, जौनपुर समेत अन्य स्थानों पर साथियों के साथ चोरी-छिपे रहता है। पुलिस का कहना है कि झूंसी और सरायइनायत में उसकी काफी प्रापर्टी है। कुछ उसके नाम है तो कुछ संपत्ति घरवालों के नाम पर दर्ज है। फिलहाल पुलिस ने अब राजेश के विरुद्ध भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।

काला घोड़ा शूटआउट से हुआ चर्चित

कुछ साल पहले मुंबई की अदालत में दिनदहाड़े दो वकीलों की हत्या की गई थी, जो काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ। उस हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच ने राजेश यादव को पकड़ा था। तब पता चला था कि राजेश  छोटा राजन गिरोह के लिए काम करता है और उस वारदात में शामिल था। इस घटना के बाद ही राजेश र्चिचत हो गया। फिर प्रयागराज और आसपास के जिलों में उसने अपराध शुरू कर दिया। रंगदारी मांगना उसका मुख्य पेशा बन गया।

क्या कहते हैं आइजी

आइजी केपी सिंह का कहना है कि माफिया अतीक अहमद से लेकर सभी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। राजेश यादव का आपराधिक इतिहास और उसकी अचल संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि काफी दिनों से वह प्रयागराज में सक्रिय नहीं है।

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