इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद्र हॉस्टल से 37 अवैध कब्जाधारी बाहर

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद्र हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर निकाला गया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड और फोर्स की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 12 Mar 2019 12:00 PM (IST) Updated:Tue, 12 Mar 2019 12:00 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद्र हॉस्टल से 37 अवैध कब्जाधारी बाहर
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ताराचंद्र हॉस्टल से 37 अवैध कब्जाधारी बाहर

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के डॉ. ताराचंद्र हॉस्टल के कमरों में अवैध कब्जाधारियों को हॉस्टल से बाहर कर दिया गया। कार्रवाई की भनक लगते ही हॉस्टल में खलबली मच गई।

 इविवि के प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने बताया कि ताराचंद्र हॉस्टल के अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह की ओर से सूचना मिली थी कि हॉस्टल के 41 कमरों में से 37 कमरों में अवैध तरीके से कब्जा किया गया है। इस पर फोर्स के साथ हॉस्टल पहुंचे। यहां जांच के दौरान अवैध कब्जाधारियों को बाहर कर दिया गया। प्रॉक्टर ने बताया कि विश्वविद्यालय के चार छात्र भी हॉस्टल में कब्जा किए थे, जबकि उनके नाम से कमरे का आवंटन नहीं हुआ था। उन छात्रों को चिह्नित कर लिया गया है।

कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे अफसर

कार्रवाई के दौरान डीएसडब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार के अलावा एसीएम, प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य, एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र व कर्नलगंज, शिवकुटी, जार्जटाउन, अतरसुइया, खुल्दाबाद, और दारागंज पुलिस भी रही। एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया कि कार्रवाई के दौरान किसी तरह का उपद्रव न हो, इस लिहाज से फोर्स तैनात रही। हालांकि सबकुछ सामान्य रहा।

चारों छात्रों का नाम काली सूची में

ताराचंद्र हॉस्टल में विवि के जिन चार छात्रों को पकड़ा गया, उन्हें चिह्नित कर लिया गया है। इनमें बीए तृतीय वर्ष का छात्र शिवम सिंह पुत्र जगपाल सिंह निवासी राज रागनी (गोंडा), बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र विकास कुमार पुत्र जगमोहन सिंह निवासी गौरीगंज (अमेठी), बीए तृतीय वर्ष का गौरव कुमार पुत्र केशरी प्रसाद निवासी पखवैया चिल्हा (मीरजापुर) और वेदप्रकाश सिंह पुत्र राजनारायण सिंह निवासी बेलखारी (प्रतापगढ़) शामिल हैं। प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने बताया कि चारों छात्रों को काली सूची में डाल दिया गया है। इनके चरित्र प्रमाण पत्र निरुद्ध करने और डिग्री रोके जाने की कार्रवाई का निर्णय लिया गया है।

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