बसपा मुकाबले से बाहर, सपा कमजोर : केशव

जासं, इलाहाबाद : जैसा चाहा था, नजारा वैसा ही मिला। हर ओर माला लिए स्वागत को उत्सुक हाथ। जय-जयकार के

By Edited By: Publish:Mon, 05 Dec 2016 09:29 PM (IST) Updated:Mon, 05 Dec 2016 09:29 PM (IST)
बसपा मुकाबले से बाहर, सपा कमजोर : केशव

जासं, इलाहाबाद : जैसा चाहा था, नजारा वैसा ही मिला। हर ओर माला लिए स्वागत को उत्सुक हाथ। जय-जयकार के नारे और सड़क से छतों तक परिवर्तन रथ देखने को उत्सुक नजरें। रथ से प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य का हाथ हिलते ही जिंदाबाद के नारे गूंज उठे। इस नजारे को मोबाइल में कैद करने की होड़ थी। परिवर्तन यात्रा का यह रंग भाजपाइयों में उत्साह भरने के लिए काफी था।

इस नजारे से परिवर्तन रथ के भीतर भी माहौल बेहद उल्लासित था। चौक से सुभाष चौक तक पहुंचने के दौरान यात्रा कदम-कदम पर स्वागत के कारण लेट होती गई। फिर भी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किसी कार्यकर्ता को हतोत्साहित नहीं करना चाहते थे, इसलिए वे सबकी मालाएं समेट रहे थे। साथ ही निर्देश भी देते जा रहे थे कि जल्दी करो अभी कई जगह लोग इंतजार में हैं। रथ के आगे पीछे चौपहिया वाहनों की लंबी कतार थी, लेकिन सब कुछ बेहद अनुशासित। गाड़ी के बाहर लटके महानगर उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता, रवि केसरवानी और मनोज कुशवाहा जैसे युवा आगे की पल-पल की सूचना दौड़कर प्रदेशाध्यक्ष तक पहुंचा रहे थे। इस माहौल के बीच परिवर्तन रथ में चंद पलों के लिए प्रदेशाध्यक्ष ने दैनिक जागरण में वार्ता के लिए समय निकाला।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में उत्साह देख अब वे खुद बेहद उत्साहित हो गए हैं। युवाओं का उत्साह थामे नहीं थम रहा। मुख्य लड़ाई किससे है? अब इस सवाल का जवाब वे बेहद आसानी से देते हैं, कहते हैं थोड़ी बहुत लड़ाई अब केवल सपा लड़ रही है। बसपा का जनाधार दलित, पिछड़े सब तो भाजपा के साथ आ गए हैं। सपा ने युवाओं का जो उत्पीड़न किया है, जिस तरह अपराध सरकारी तंत्र पर हावी रहा है उससे लोगों को अब केवल भाजपा से आस है। बातचीत के बीच में वे बार-बार रथ में सवार महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्ता व अन्य लोगों से चर्चा कर माहौल को भांपने का प्रयास भी करते रहे।

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