434 करोड़ से सुधरेगी सीवर व्यवस्था

जासं, इलाहाबाद : शहर की सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने में विश्व बैंक मदद देगा। 434 करोड़ की दो योजनाओ

By Edited By: Publish:Fri, 24 Apr 2015 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 24 Apr 2015 08:22 PM (IST)
434 करोड़ से सुधरेगी सीवर व्यवस्था

जासं, इलाहाबाद : शहर की सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने में विश्व बैंक मदद देगा। 434 करोड़ की दो योजनाओं के माध्यम से संगम नगरी के सीवरेज सिस्टम को दिशा दी जाएगी। इसको लेकर विश्व बैंक की तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को यहां पहुंची और नगर निगम, गंगा प्रदूषण, जलनिगम के अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों के साथ बैठककर रणनीति बनाई। नई कार्य योजना के साथ ही पुराने एसटीपी की मरम्मत को लेकर भी चर्चा हुई।

विश्व बैंक टीम के मुखिया जिन मेत्स्वोतो के नेतृत्व में आए सदस्य डॉ. समीर खेतान व जगमोहन ने शहर में सीवर की व्यवस्था को लेकर हर पहलू पर महापौर अभिलाषा गुप्ता व नगर आयुक्त देवेंद्र कुमार पांडेय से बात की। इस दौरान शहर की भौगोलिक स्थिति पर भी चर्चा हुई। टीम के सदस्यों ने बताया कि शहर में सीवर लाइन के कार्य को लेकर दो योजनाएं बनाई गई हैं। डिस्ट्रिक ए योजना के तहत पुराने शहर में सीवर का कार्य होगा। 288 करोड़ की इस योजना में पुराने शहर के अकबरपुर, नूरुउल्ला रोड, करैली, राजरूपपुर, कालिंदीपुरम आदि इलाकों में सीवर लाइन बिछाने का कार्य होगा। डिस्ट्रिक सी योजना में विश्व बैंक 146 करोड़ खर्च करेगा। इस योजना के माध्यम से शहर उत्तरी का कायाकल्प होगा। इसमें सलोरी, अल्लापुर, बघाड़ा गोविंदपुर जैसे मुहल्लों की दशा सुधरेगी।

बैठक में रोड कटिंग का मुद्दा भी उठा। विश्व बैंक की टीम द्वारा बताया गया कि रोड कटिंग का कार्य इस मद में शामिल नहीं है। इसके लिए अलग से बजट का प्रावधान करना होगा। महापौर व कुछ पार्षदों ने एसटीपी का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना था कि पहले पुरानी एसटीपी की मरम्मत कराकर दुरुस्त कराया जाए, नहीं तो किया धरा सब बेकार चला जाएगा। विश्व बैंक की टीम ने जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि पुरानी एसटीपी को दुरुस्त करा लिया जाएगा। लोगों से सीवर लाइन से जुड़ने को लेकर जागरूकता अभियान पर भी जोर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि डिस्ट्रिक ए योजना तीन साल व डिस्ट्रिक सी योजना दो साल में पूरी होगी।

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