संगमनगरी में जगेगी 'एक हाईकोर्ट' की अलख

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : पश्चिम में हाईकोर्ट की खंडपीठ बनाने के लिए चल रहे आंदोलन का जवाब इलाहाबाद क

By Edited By: Publish:Fri, 30 Jan 2015 11:16 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jan 2015 11:16 PM (IST)
संगमनगरी में जगेगी 'एक हाईकोर्ट' की अलख

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : पश्चिम में हाईकोर्ट की खंडपीठ बनाने के लिए चल रहे आंदोलन का जवाब इलाहाबाद के अधिवक्ता संगमनगरी से देंगे। एक फरवरी को यहां होने वाली अधिवक्ताओं की पंचायत में 'एक प्रदेश में एक हाईकोर्ट' की अलख जगाई जाएगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इस महापंचायत को सफल बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है। उसने इस बारे में आसपास के जिलों की बार एसोसिएशनों से भी सहयोग मांगा है।

हालांकि हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने यह साफ कर दिया है कि हाईकोर्ट का विभाजन फिलहाल नहीं होने जा रहा है लेकिन अधिवक्ता पश्चिम में चल रहे आंदोलन को लेकर आशंकित हैं। बार के अध्यक्ष राकेश पांडेय और महासचिव डा. सीपी उपाध्याय कहते हैं कि पश्चिम के राजनेता इस मामले पर अपने बयानों से अधिवक्ताओं को भ्रमित कर रहे हैं। महापंचायत का प्रमुख एजेंडा हाईकोर्ट की अखंडता ही होगी। न्यायिक व्यवस्था को लेकर राजनीति नहीं की जा सकती। बार ने शुक्रवार को इस संबंध में एक बैठक भी की और उन सभी संगठनों का धन्यवाद ज्ञापित किया जो अधिवक्ताओं के आंदोलन में साथ रहे हैं। बैठक में प्रस्ताव पारित कर ऐसे संगठनों से महापंचायत में भी भागीदारी की अपील की गई ताकि 'एक हाईकोर्ट' को जनांदोलन का रूप दिया जा सके। जनांदोलन के तहत लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जाएगा कि 'एक प्रदेश में एक हाईकोर्ट' क्यों जरूरी है

इससे पहले हाईकोर्ट बार ने महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। तत्पश्चात पूर्व न्यायमूर्ति राम किशोर सिंह समेत दिवंगत अशरफ अली, देव प्रकाश मिश्र, केशव कुमार द्विवेदी, श्याम किशोर मिश्र, एवं दिनेश कुमार मिश्र की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रखकर खुल कोर्ट रेफरेंस किया गिया।

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