Jaipur Special Express: पहले दिन 109 यात्रियों ने किया थर्ड एसी इकोनामी कोच में आरामदेह सफर

भारतीय रेल में पहली बार किसी ट्रेन में तृतीय वातानुकूलित इकोनामी कोच लगाया गया है। यह उपलब्धि उत्तर मध्य रेलवे को हासिल हुई है। इकोनामी कोच में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं की गई हैं। दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय की व्यवस्था की है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 08:50 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 08:50 AM (IST)
Jaipur Special Express: पहले दिन 109 यात्रियों ने किया थर्ड एसी इकोनामी कोच में आरामदेह सफर
भारतीय रेल में पहली बार किसी ट्रेन में तृतीय वातानुकूलित इकोनामी कोच लगाया गया है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज-जयपुर स्पेशल एक्सप्रेस में लगे तृतीय वातानुकूलित इकोनामी कोच में पहले दिन सोमवार को कुल 109 यात्रियों ने सफर किया। भारतीय रेल में पहली बार किसी ट्रेन में तृतीय वातानुकूलित इकोनामी कोच लगाया गया है। यह उपलब्धि उत्तर मध्य रेलवे को हासिल हुई है। इकोनामी कोच में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं की गई हैं। दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय की व्यवस्था की है। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) डा. शिवम शर्मा ने बताया कि जल्द ही अन्य जोन में भी तृतीय वातानुकूलित इकोनामी कोच लगाए जाएंगे। यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। थर्ड एसी इकोनामी कोच से कम आय वाले लोग भी आऱामदेह सफर कर सकेंगे। यात्रियों में इस कोच को लगाए जाने से खुशी है। जयपुर-प्रयागराज के बीच सफर करने वाले लोगों को इससे सुकून मिलेगा।

​​​​​डीजल बसों की मियाद 30 तक, नहीं आई इलेक्ट्रिक बसें

संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में आज होंगे अहम निर्णय

प्रयागराज : नगर निगम सीमा क्षेत्र में डीजलयुक्त सवारी गाडिय़ों के संचालन पर प्रतिबंध लग चुका है। इसके बावजूद डीजलयुक्त सिटी बसें चल रही हैं। पिछली संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में निर्णय हुआ था कि इन बसों का संचालन 30 सितंबर तक ही होगा। इसके बाद विकल्प के रूप में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। लेकिन, अब तक यह बसें नहीं आईं। इसको लेकर मंगलवार को आरटीए की बैठक में मंथन किया जाएगा।

प्रयागराज को पहली खेप में मिलनी हैं 50 इलेक्ट्रिक बसें

शहरी क्षेत्र में विभिन्न मार्गों पर कुल 119 सिटी बसें चल रही हैं। इनकी जगह अब इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की कार्ययोजना है। प्रयागराज को पहली खेप में 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलनी हैं। इसके बाद 50-50 बसें दो खेप में मिलेंगी। इलेक्ट्रिक बसों का रूट चार्ट बनाया जा चुका है। इनके संचालन को लेकर आरटीए की बैठक में मंगलवार को चर्चा होनी है। अभी तक बसें न आने पर संशय है कि एक अक्टबूर से शहरवासियों को इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा का लाभ नहीं मिल पाएगा।

बोले एआरटीओ प्रशासन

आरटीए की बैठक में सिटी बसों, ई-रिक्शा, सीएनजी परमिट समेत कई अहम बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा होनी है। शहरी क्षेत्र में अगर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा तो निश्चित रूप से प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। शासन भी इसको लेकर गंभीर है।

-सियाराम वर्मा, एआरटीओ (प्रशासन)

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