इंतजार हुआ खत्म, फ्रेट कॉरिडोर पर आज से दौड़ेंगी मालगाड़ी Aligarh News
डीएफसी के निर्माण को लेकर चला आ रहा इंतजार अब खत्म हो रहा है। न्यू भाऊपुर से न्यू खुर्जा तक रेलवे के इस महत्वाकांछी प्रोजेक्ट को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए देश को समर्पित करेंगे।
अलीगढ़, जेएनएन। लंबे समय से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के निर्माण को लेकर चला आ रहा इंतजार अब खत्म हो रहा है। न्यू भाऊपुर से न्यू खुर्जा तक रेलवे के इस महत्वाकांछी प्रोजेक्ट को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए देश को समर्पित करेंगे। शुभारंभ से पूर्व सोमवार को अलीगढ़ में रेलवे अफसरों ने ट्रैक का निरीक्षण किया। इस ट्रैक से केवल मालगाडिय़ां ही गुजरेंगी और 100 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी। हाथरस व अलीगढ़ में 52 किलो मीटर ट्रैक बनाया गया है।
ये होंगे स्टेशन
रेलवे के इस नए ट्रैक पर न्यू भाऊपुर, कंचौसी, अछल्दा, इकदिल, भदान, मक्खनपुर, टूंडला, हाथरस, दाऊद खां, डुड़कन व न्यू खुर्जा स्टेशन होंगे। महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र जो इस खंड में अलीगढ़, खुर्जा, फीरोजाबाद व आगरा शामिल हैं।
अलीगढ़ के ताला व हाथरस के हींग उद्योग को मिलेगा नया आयाम
डीएफसी के संचालन से इटावा के कपड़ा उद्योग हैंडहेल्ड टूल्स के माध्यम से कपड़ों पर ब्लॉक ङ्क्षप्रङ्क्षटग का शिल्प प्रमुख है। यहां के कारीगर मुख्य रूप से कुशन कवर, तकिया, कवर जैसे उत्पाद बनाते हैं। गमछा, अंगोछा, चादर आदि इस शिल्प के फलने -फूलने की बहुत गुंजाइश है। इटावा में छपे डिजाइनर कपड़ों की उच्च मांग के कारण समृद्धि, आर्थिक और समयबद्ध माल परिचालन का लाभ मिलेगा। फीरोजाबाद जिले के कारीगर चूडिय़ों के साथ कांच से बनने वाले लालटेन, क्रिसमस ट्री, बर्तन व विभिन्न सजावटी वस्तुओं के रूप में कम लागत व समय पर डिलीवरी का माध्यम बनेगा। हाथरस जिला पिछले 100 वर्षों से बड़े पैमाने पर हींग का उत्पादक है। इसी तरह अलीगढ़ के ताला उद्योग को भी नया आयाम मिलेगा और आसानी से कच्चे माल की आपूर्ति के साथ ही तैयार माल को दूसरे शहरों में कम समय में ही भेजा जा सकेगा ।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू भाऊपुर -न्यू खुर्जा के 352 किलोमीटर खंड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को समर्पित करेंगे। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
- वेदप्रकाश, सीपीआरओ, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर