केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की यूनिवर्सिटी और कुलपति के कार्यों की सराहना Aligarh news

एएमयू उन्नति के पथ पर बढ़ रहा है। कोरोना काल में मेडिकल कॉलेज ने अहम भूमिका निभाई है। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर वहां की इज्जत को बनाए हुए हैं।

By Parul RawatEdited By: Publish:Fri, 28 Aug 2020 01:49 PM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 04:05 PM (IST)
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की यूनिवर्सिटी और कुलपति के कार्यों की सराहना Aligarh news
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की यूनिवर्सिटी और कुलपति के कार्यों की सराहना Aligarh news

अलीगढ़, जेएनएन। जेएन  मेडिकल कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र के उद्घाटन के पूरे समय केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक एएमयू की तारीफ करते ही दिखे। सर सैयद से लेकर उन्होंने एएमयू की उपलब्धियों का तो गुणगान किया ही कैंपस की तारीफ करना भी नहीं भूले। कहा, एएमयू परिसर बहुत खूबसूरत है। यहां का चप्पा-चप्पा कुछ कहता है। वो ऐसे बोल रहे थे जैसे कैंपस में ही कार्यक्रम को संबोधित कर रहेे हों। केंद्रीय मंत्री जैसे-जैसे तारीफ कर रह थे एएमयू बिरादरी उतनी ही रोमांचित हो रही थी। कुलपति तो ताली बजाते हुए नजर आए।
उद्घाटन समारोह दोपहर तीन की बजाय चार बजे के आसपास शुरू हुआ। एएमयू ने अपनी परंपरा के अनुसार कार्यक्रम का शुभारंभ तिलाबते कुरान से किया। मंत्री ने परीक्षा केंद्र का शुभारंभ बटन दबाकर किया। इस दौरान चंद समय का एक वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें मेडिकल कॉलेज की एक झलक थी। मंत्री ने कहा कि जब मैं देश भर के विवि के कार्यों की समीक्षा करता हूं तो खुशी होती है एएमयू उन्नति के पथ पर बढ़ रहा है। कोरोना काल में मेडिकल कॉलेज ने अहम भूमिका निभाई है। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को बधाई देते कहा कि आप वहां की इज्जत को बनाए हुए हैं।   
छात्र जीवन की परीक्षा देकर गौरव गाथा लिखेंगे
मंत्री ने छात्रों से कहा कि जब आप इस नव निर्मित परीक्षा केंद्र में परीक्षा देेंगे तो आप जीवन की परीक्षा की गौरव गाथा लिखेंगे। आप ऐसे शोध अनुसंधान  करेंगे जो देश की उन्नति में काम आएंगे। उल्लेखनीय है कि एएमयू में एमबीबीएस की 150 सीट हैं। मेडिकल की परीक्षा दूसरे केंद्रों पर छात्रों को देनी पड़ती थी। अब वह इस केंद्र में दे सकेंगे।
दुनिया में सराही जा रही नई शिक्षा नीति : कुलपति
कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने  डॉ. रमेश पोखरियाल के शिक्षा के क्षेत्र में उनके नेतृत्व को सराहते हुए कहा कि वह एक प्रतिष्ठित लेखक हैं और उनकी पुस्तकों का अंग्रेजी और विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद हुआ है। साहित्य के प्रेमियों तथा आलोचकों के लिए उनकी पुस्तकें उ'चस्तर की हैं। उन्होंने देश को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी है जिसे पूरी दुनिया में सराहा गया है। जो भारत में शिक्षा का भविष्य बेहतर करेगी। धन्यवाद ज्ञापित करते हुए रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने  केंद्रीय शिक्षा मंत्री को शताब्दी वर्ष के तहत होने वाली गतिविधियों से अवगत कराया। संचालन डॉ. फायजा अब्बासी ने किया। जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. शाहिद सिद्दीकी, प्रो. राकेश भार्गव भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

chat bot
आपका साथी