Raksha Bandhan 2022 : ग्रह नक्षत्रों के कुछ संयोगों के कारण बनी असमंजस की स्थिति, 12 अगस्त को पूरे दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन : पूर्णानंदपुरी

हर वर्ष रक्षा बंधन का पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है लेकिन इस वर्ष ग्रह नक्षत्रों के कुछ संयोगों के कारण असमंजस की स्‍थिति है। वैदिक ज्‍योतिष संस्‍थान के अध्‍यक्ष महामंडलेश्‍वर पूर्णानंदपुरी के अनुसार 12 अगस्‍त को पूरे दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 11 Aug 2022 07:08 PM (IST) Updated:Thu, 11 Aug 2022 07:25 PM (IST)
Raksha Bandhan 2022 : ग्रह नक्षत्रों के कुछ संयोगों के कारण बनी असमंजस की स्थिति, 12 अगस्त को पूरे दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन : पूर्णानंदपुरी
इस वर्ष ग्रह नक्षत्रों के कुछ संयोगों के कारण रक्षाबंधन पर असमंजस की स्थिति है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Raksha Bandhan 2022 :  वैदिक ज्योतिष संस्थान के अध्यक्ष महामंडलेश्वर पूर्णानंदपुरी ने कहा कि 12 अगस्त को पूरे दिन रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। हर वर्ष यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। किंतु, इस वर्ष ग्रह नक्षत्रों के कुछ संयोगों के कारण असमंजस की स्थिति है। कुछ विद्वानों के मतानुसार गुरुवार को मनाया जाएगा। अन्य ज्योतिषियों के हिसाब से शुक्रवार को पर्व मनाना श्रेष्ठ है।

भद्राकाल में रक्षाबंधन व होलिका दहन निषेध :  महामंडलेश्वर ने बताया कि जिस व्रत या त्योहार में असमंजस की स्थिति बन जाती है, उसका दुष्प्रभाव सनातन धर्म प्रेमियों की आस्था पर पड़ता है। इस दुविधा से मुक्ति के लिए सिंधु जैसे ग्रंथों का सहारा लेना पड़ता है। श्रावण पूर्णिमा की तिथि दो दिन होगी। गुरुवार को सुबह 9:35 बजे से प्रारंभ होने वाली पूर्णिमा तिथि 12 अगस्त को सुबह 7:17 बजे तक रहेगी। किंतु, सुबह 9:35 बजे से भद्राकाल प्रारंभ हो रहा है, जो रात 8:30 बजे तक मान्य रहेगा।

भद्राकाल में रक्षाबंधन व होलिका दहन करना निषेध रहता है। गुरुवार रात 8:30 बजे से राखी बांधी जा सकती है। पर, लोकाचार व शास्त्रीय विधान के अनुसार सूर्यास्त के बाद कोई भी पुण्य कार्य व पर्व नही मनाना चाहिए। इसी कारण 12 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। महिलाएं पूरे दिन अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी।

रक्षाबंधन की खरीदारी के लिए बाजार में ग्राहकों की उमड़ी भीड़

अलीगढ़ । रक्षाबंधन की खरीदारी के लिए बुधवार को महानगर के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। राखी व उपहारों की दुकान व शोरूमों पर काउंटर फुल थे। रेलवे रोड, महावीरगंज, बड़ा बाजार, महावीरगंज दाल मंडी, रामघाट रोड, सेंटर प्वाइंट सहित अन्य बाजारों में देर रात तक खरीदारी का दौर रहा। सड़क किनारों पर फड़ तैयार हो गए थे।

कोरोना संकट के दो साल बाद रक्षाबंधन त्योहार को लेकर बहनों में गजब का उत्साहन है। बहन-भाई के इस अटूट प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन के लिए रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ी शोरूम व मेकअप की दुकानों पर खरीदार बहन व भाभियों की भीड़ थी। बाजार में राखियां मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। बच्चों के छोटा भीम के अलावा साउथ इंडियन डिस जैसे बर्गर, पीजा व अन्य लुक में भी राखियां हैं।

राखी लुक में है मिठाई रक्षा बंधन पर घेवर की मिठाई अब तक बहन पसंद करती थी। इस बार शहर के जलाली स्वीट्स ने पहली बार काजू के फ्लेवर में रंग बिरंगी राखी के लुक में मिठाई तैयार की है। स्वीट्स सेंटर के राजीव जलाली ने बताया है कि घेवर के अलावा फैंसी मिठाई का प्रचलन भी बढ गया है। प्यौर काजू के मिश्रण से तैयार यह देशी घी इस तरह की मिठाई शहर में पहली बार तैयार हुई है। इसमें लाइट मीठा है। बच्चे व बहनें इस मिठाई को काफी पसंद कर रहे हैं।

इनका कहना है

स्वीट्स कारोबारीा खास तौर से घेबर बिक्रेताओं को निर्देशित किया जाता है, कि वे मिठाई या घेवर के साथ डिब्बा का वजन न दे। ग्राहकों को जागरुक करने के लिए वे अपने प्रतिष्ठान पर मिठाई के साथ डिब्बा का वजन नहीं होगा, के पोस्टर चस्पा कर दें। हो सके तो बैनर लगा दें। ग्राहकों को भी चाहिए कि वे खरीदारी करते समय देखें कि कारोबारी कही मिठाई के साथ डिब्बा का वजन तो नहीं तोल रहा। गुरुवार को अतिरिक्त जांच टीम लगाई गई हैं। अगर डिब्बा तोलता हुआ मिला तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

- मनोज कुमार, वरिष्ठ निरीक्षक, बांट माप विभाग, अलीगढ़ मंडल

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