अलीगढ़ के तंत्र में फंसा लोगों को समस्याओं से राहत का मंत्र

प्रदेश में सत्ता संभालने से अब तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के विकास बात कही थी, लेकिन जन समस्याएं लोगों को घेरे हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 12:00 PM (IST) Updated:Wed, 06 Feb 2019 12:00 PM (IST)
अलीगढ़ के तंत्र में फंसा लोगों को समस्याओं से राहत का मंत्र
अलीगढ़ के तंत्र में फंसा लोगों को समस्याओं से राहत का मंत्र

अलीगढ़ (सुरजीत पुंढीर)। प्रदेश में सत्ता संभालने से अब तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के विकास व समस्याओं के निदान के जो मंत्र दिए, वह प्रशासनिक तंत्र में ही फंस कर रह गए। न किसानों को गन्ने का बकाया मिल पाया है और न शहर को जाम से मुक्ति। अनेक समस्याएं जिलेभर में बिखरी हुई हैं। अभी भी कई सड़कें गढ्डों में ही समाई हुई हैं। पशुओं का अवैध कटान बंद नहीं हो सका।

वीआइपी के आगमन पर बदली रामघाट रोड की सूरत

रामघाट रोड का बदला रूप अब जो नजर आ रहा है, कल तक इसकी भी असलीयत उलट थी। यह कमाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अमित शाह व सीएम के कार्यक्रम का है। वे बुधवार को बूथ अध्यक्षों को जीत का मंत्र देंगे, लेकिन असली जीत का मंत्र तो समस्याओं में छिपा हुआ है, जिनके निदान का इंतजार सभी को है।

मुसीबत बन गया है जमा

शहर में जाम का झाम लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। रामघाट रोड हो या जीटी रोड। सभी जगह पूरे दिन वाहन रेंग-रेंग कर चलते हुए दिखाई देते हैं। अगर स्कूलों की छुट्टी हो फिर मुसीबत ज्यादा ही बढ़ जाती है। मैरिस रोड, दोदपुर व अब्दुल्ला रोड की भी यही स्थिति है। अतिक्रमण के चलते सड़कों पर जगह कम है। दुबे पड़ाव, क्वार्सी चौराहा व एटा चुंगी चौराहा भी जाम का केंद्र हैं। यहां लगी हुई सिंग्नल लाइट भी शोपीस बनी रहती हैं। इसके साथ ही शहर में ट्रंासपोर्ट नगर का सपना भी अभी दूर है।

बारिश में तालाब बन जाता है शहर

शहर का आकार कटोरेनुमा है। सीवरेज व्यवस्था ठीक नहीं। नालों का आकार छोटा हो गया है। यह भी कूड़े से अटे रहते हैं। इसमें भी कूडे़ के ढेर हैं। इसके चलते जरा सी बरसात में सड़कों पर पानी भर जाता है। इस बड़ी समस्या से राहत की मांग लंबे समय से की जा रही है।

गन्ना किसानों का 17.60 करोड़ बकाया

जीटी रोड स्थित आनंद एग्रोकेम इंडिया लिमिटेड 2012 से बंद है। इस पर किसानों का 12 करोड़ रुपये बकाया है। ब्याज सहित यह भुगतान 35 करोड़ होता है। इसके अलावा सहकारी क्षेत्र की दि किसान सहकारी चीनी मिल, साथा चल रही है। इस मिल किसानों का 5.60 करोड़ रुपया इसी सत्र का बकाया है। मिल के पूरी क्षमता से न चल पाने के कारण यहां का गन्ना बुलंदशहर की चीनी मिलों को स्थानांतरित कराना पड़ा है। मिल की क्षमता बढ़ोत्तरी के साथ ही भुगतान हो तो किसानों को फायदा होगा।

स्टेट यूनिवर्सिटी बनी सपना

दो लाख छात्रों पर एक विश्वविद्यालय का नियम है। अलीगढ़ मंडल के किसी भी जिले में स्टेट यूनिवर्सिटी नहीं है। सभी कॉलेज आगरा विश्वविद्यालय से जुड़े हैं। छात्रों की संख्या अधिक होने से तमाम दिक्कतें होती हैं। इसलिए अलीगढ़ में स्टेट यूनिवर्सिटी की मांग कई सालों से की जा रही है। इसके लिए छात्रों ने कई बार धरना प्रदर्शन व हड़ताल तक कीं। सीएम को खून से पत्र लिखे गए, लेकिन मांग पूरी होती नजर नहीं आ रही।

गढ्डा मुक्त नहीं हुई सड़कें

प्रदेश में सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सड़कों को गढ्डा मुक्त करने के निर्देश दिए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जिले में 2800 किमी सड़कों को गड्ढा मुक्त के लिए अभियान चलाया गया था। मगर, आज भी जिले में सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो पाई हैं। कुछ सड़कें वीआईपी होने के बाद भी नहीं सही नहीं हो सकीं। बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ का काफिला रामघाट रोड पर होगा। कार्यक्रम स्थल तक सड़क की कुछ स्थिति सुधरी है, मगर हरदुआगंज से आगे मात्र सात मीटर ही रह जाती है। नानऊ-सांकरा मार्ग दो साल में भी नहीं बन सका। अलीगढ़-पलवल मार्ग पर काम तो शुरू हो गया, मगर इसकी स्थिति सुधरने में अभी समय लगेगा। जीटी रोड की स्थिति किसी से छिपी नहीं हैं।

स्टेट यूनिवर्सिटी बनी सपना

व्यापारी किरन सचदेवा का कहना है कि शहर में जाम व जलभराव की समस्या सबसे बड़ी मुसीबत है। शहर में कुछ स्थानों पर ओवर ब्रिज निर्माण कराना चाहिए। छात्रनेता सौरभ चौधरी का कहना है कि सूबे में जब भाजपा की सरकार आई तब उम्मीद जगी थी कि यहां एक स्टेट यूनिवर्सिटी बनेगी, लेकिन अब यह महज सपना रहा गया है।

चीनी मिल की क्षमता कम

किसान रामपाल सिंह का कहना है कि चीनी मिल की क्षमता बहुत कम है। ऐसे में अधिक गन्ना आने पर पैराई नहीं हो पाती है। किसानों का बकाया भी रह गया है। इसका निदान हो।

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