सात शाखाओं के प्रतिनिधि निर्विरोध निर्वाचित, निर्वाचन अधिकारी ने सौंपे प्रमाण पत्र Aligarh news

सभी प्रत्याशी भाजपा समर्पित है। खैर से सत्यासिंह इगलास से रोहित कुमार अतरौली से कैलाश बघेल व मैन ब्रांच से अलीगढ़ से जयपाल सिंह निर्वाचित हुए।

By Parul RawatEdited By: Publish:Sat, 29 Aug 2020 10:00 AM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2020 03:57 PM (IST)
सात शाखाओं के प्रतिनिधि निर्विरोध निर्वाचित, निर्वाचन अधिकारी ने सौंपे प्रमाण पत्र Aligarh news
सात शाखाओं के प्रतिनिधि निर्विरोध निर्वाचित, निर्वाचन अधिकारी ने सौंपे प्रमाण पत्र Aligarh news

अलीगढ़, जेएनएन। भूमि विकास बैंक के सभी सातों ब्रांच के प्रतिनिधि शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित हुए। निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें प्रमाणपत्र दिए। यह सभी प्रत्याशी भाजपा समर्पित है। खैर से सत्यासिंह,  इगलास  से रोहित कुमार, अतरौली से कैलाश बघेल व मैन ब्रांच से अलीगढ़ से जयपाल सिंह निर्वाचित हुए। यहां इन्ही ने पर्चा दाखिल किया था।

जवां से तीन प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें बीरपाल सिंह, कुनाल भारद्वाज व राधा शर्मा। रेखा शर्मा के समर्थन में कुनाल व वीरपाल ने पर्चा वापस लिया था। यहां रेखा शर्मा निर्वाचित हुईं।  चंडौस  से  हृदेश  चौहान,  देवाराज  सिंह व बाबू खां ने नामांकन किया था। बाबू खां का पर्चा कैंसिल हो गया था। चौहान के पक्ष में देवराज सिंह ने पर्चा वापस ले लिया। यहां चौहान चुनाव जीते।

नामांकन पत्र वापस लिए

संजीव तिवारी, एआर कोऑपरेटिव का कहना है कि जवां व  चंडौस  से नामांकन पत्र वापस ले लिए हैं। पांच शाखाओं पर पहले से ही एक-एक प्रत्याशी थे। सातों प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा का कहना है कि चुनाव में किसी प्रकार की राजनीतिक खटास न हो, आपस में बेहतर तालमेल बैठे, इसके लिए संगठन का सहयोग किया।

अचूक रणनीति से सटीक निशाना

सहकारिता चुनाव में भाजपा की अचूक रणनीति से दूसरी बार सटीक निशाना लगा है। सपा चुनाव मैदान में आने से पहले ही हट गई। बसपा भी  लड़ने  की हिम्मत नहीं जुटा सकी। भाजपा ब्रज क्षेत्र के संगठन मंत्री भवानी सिंह व जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह ने सात विधायक, एक एमएलसी व तीन सांसदों की पसंद का तालमेल बिठाया। जवां के ब्लॉक प्रमुख पति ऋषि शर्मा के परिवार की राधा शर्मा को चुनाव  लड़ाया  गया। पार्टी समर्थित एससी के वीरपाल सिंह को दलवीर के आश्वासन पर चुनावी समर से हटना पड़ा। जातीय संतुलन के लिए भी पार्टी ने यह निर्णय लिया। सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक मनीष चौहान की टीम भी जुटी रही। अतरौली से 17 साल से प्रतिनिधि चुनते आ रहे वीरपाल सिंह यादव को संतुष्ट करने के लिए खुद  एटा  सांसद राजवीर सिंह राजू भैया को जुटना पड़ा। तब यहां कैलाश बघेल के नाम पर सहमति बनी।

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