प्रोफेशनल से पहले क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत Aligarh news

मंगलायतन विश्वविद्यालय में आयोजित 10 दिवसीय एफडीपी कम वर्कशॉप के द्वितीय दिवस पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। एफडीपी का विषय एनईपी-2020 एंड इट्स सिगिंफिकेंस है। आयोजन में दो सत्रों में हुआ। जिनकी अध्यक्षता प्रो. आरके शर्मा और डा. सईद दानिश नवकी ने की।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 29 Mar 2021 01:46 PM (IST) Updated:Mon, 29 Mar 2021 01:46 PM (IST)
प्रोफेशनल से पहले क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत Aligarh news
मंगलायतन विश्वविद्यालय में आयोजित 10 दिवसीय एफडीपी कम वर्कशॉप के द्वितीय दिवस पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

अलीगढ़, जेएनएन : मंगलायतन विश्वविद्यालय में आयोजित 10 दिवसीय एफडीपी कम वर्कशॉप के द्वितीय दिवस पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। एफडीपी का विषय एनईपी-2020 एंड इट्स सिगिंफिकेंस है। आयोजन में दो सत्रों में हुआ। जिनकी अध्यक्षता प्रो. आरके शर्मा और डा. सईद दानिश नकवी ने की।

प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए पहले क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत

प्रो. असगर अली अंसारी ने कहा कि प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए पहले क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत है। तभी हमें बेहतर प्रोफेशनलिस्ट मिल सकते हैं। डा. राजीव शर्मा ने कहा कि नए भारत की नई शिक्षा नीति में आर्थिक स्तर पर कई खामियां है। उन्होंने कहा व्यावसायिक शिक्षा में नैतिकता का समावेश होना चाहिए। दूसरे सत्र में डा. शिव कुमार ने कहा कि शिक्षकों का प्रमोशन कार्यों के आधार पर होगा। डा. दीपशिखा सक्सेना ने टीचिंग एजुकेशन प्रोग्रांस के विश्लेषणात्मक स्वरूप पर प्रकाश डाला। प्रो. आरके शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति नेता, विचारक और वैज्ञानिक पैदा करेगी, जो ज्ञान और अर्थ के आधार पर एक नए भारत का निर्माण करेंगे। संचालन मनीषा उपाध्याय ने किया। इस दौरान ब्रिग समरवीर सिंह, डा. स्वाति अग्रवाल, प्रो. जयंती लाल जैन, डा. अनुराग शाक्य, डा. अंकुर अग्रवाल, मयंक जैन, विकास वर्मा आदि थे।

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