अलीगढ़ में सिपाही की दंगा निरोधक बंदूक से चली गोली, चार किशोर घायल

जिला अस्पताल में स्वजन ने किया हंगामा सिपाही लाइन हाजिर।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 01:36 AM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 01:36 AM (IST)
अलीगढ़ में सिपाही की दंगा निरोधक बंदूक से चली गोली, चार किशोर घायल
अलीगढ़ में सिपाही की दंगा निरोधक बंदूक से चली गोली, चार किशोर घायल

जासं, अलीगढ़ : देहलीगेट थाने के बाहर शनिवार रात को एक सिपाही की दंगा निरोधक बंदूक से गोली चल गई। इससे पास ही खड़े चार किशोरों के छर्रे लग गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां किशोरों के स्वजन ने पुलिस के खिलाफ विरोध जताते हुए हंगामा किया और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर नोकझोंक भी की। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कर दिया। पुलिस का कहना था कि गोली अचानक(एक्सीडेंटली) चली थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने लापरवाही पर सिपाही को लाइनहाजिर कर सीओ प्रथम को जांच सौंपी है।

शनिवार रात करीब आठ बजे का समय था। रोज की तरह लोग देहलीगेट इलाके में घूम रहे थे। पुलिस भी मौजूद थी। तभी देहलीगेट थाने की गाड़ी से आए सिपाही अंकित कुमार की पंप एक्शन शाटगन (12 बोर) से जमीन की तरफ गोली चल गई। इसके छर्रे पास ही खड़े चार किशोरों को लगे। इनके नाम देहलीगेट निवासी देव व अंश पुत्र अनिल सांवरिया, सुमित पुत्र सुरेश, चिटू पुत्र मनोज भीलवाड़ा हैं। चारों की उम्र 12 से 14 साल की है। फायरिग व किशोरों को छर्रा लगने की सूचना पर इलाके में खलबली मच गई। जब लोगों को पता चला कि गोली पुलिसकर्मी की बंदूक से चली है, तो लोग और आक्रोशित हो गए। आनन-फानन पुलिस ने ही चारों किशोरों को जिला अस्पताल पहुंचाया। देव के पैर, मुंह व पेट पर छर्रे लगे हैं। जबकि सुमित, चिटू व अंश के पैरों में छर्रे लगे हैं। इनके स्वजन ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। कहा, पुलिसकर्मी इस तरह की लापरवाही कैसे कर सकते हैं। अगर गोली बच्चों को लग जाती तो क्या होता? हालांकि देहलीगेट व बन्नादेवी पुलिस फोर्स ने लोगों को जैसे-तैसे समझाया।

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हाल ही में मिली थी

सिपाही को तैनाती

बताया जा रहा है कि सिपाही को हाल ही में तैनाती मिली थी। इस गंभीर घटना के बावजूद पुलिसकर्मी काफी देर तक लीपापोती में लगे रहे। बताया गया कि सिपाही के गाड़ी में उतरने के दौरान गोली कब चल गई, पता नहीं चला। लोगों का कहना था कि सिपाही काफी देर से बंदूक को चेक कर रहा था। तभी लापरवाही के चलते अचानक फायर हो गया। इधर, अस्पताल में जब स्वजन की पुलिस से नोकझोंक हुई और हंगामा हुआ तो मामला अधिकारियों तक पहुंचा, तब जाकर कार्रवाई हुई।

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आरक्षी की दंगा निरोधक बंदूक से अचानक गोली चलने की बात पता चली है। आंशिक रूप से घायलों को तत्काल उपचार दिया गया। स्थिति सामान्य है। लापरवाही के लिए सिपाही को लाइनहाजिर कर दिया गया है। सीओ प्रथम की ओर से जांच की जा रही है।

कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी

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