PM Kisan Samman Nidhi Yojana: अवसर गंवाया तो नहीं मिलेगा ‘सरकारी सम्मान’, इस तरह मिलेगा सम्‍मान

किस्तों में मिल रहे ‘सरकारी सम्मान’ से किसान कहीं वंचित न रह जाएं। ई-केवाइसी न कराने पर लाभार्थियों को सम्मान निधि योजना की सूची से बाहर कर दिया जाएगा। सरकार ने 25 अगस्त तक ई-केवाइसी कराने का अंतिम अवसर दिया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 19 Aug 2022 01:47 PM (IST) Updated:Fri, 19 Aug 2022 01:47 PM (IST)
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: अवसर गंवाया तो नहीं मिलेगा ‘सरकारी सम्मान’, इस तरह मिलेगा सम्‍मान
ई-केवाइसी न कराने पर लाभार्थियों को सम्मान निधि योजना की सूची से बाहर कर दिया जाएगा।

अलीगढ़, लोकेश शर्मा। किस्तों में मिल रहे ‘सरकारी सम्मान’ से किसान कहीं वंचित न रह जाएं। e-KYC न कराने पर लाभार्थियों को सम्मान निधि योजना की सूची से बाहर कर दिया जाएगा। सरकार ने 25 अगस्त तक ई-केवाइसी कराने का अंतिम अवसर दिया है। ये अवसर गंवा दिया तो किसान हमेशा के लिए योजना से वंचित हो जाएंगे। कृषि विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को इसके प्रति जागरूक करने के साथ नए दिशा-निर्देशों का हवाला देकर चेतावनी भी दे रहे हैं।

बदलाव का मकसद फर्जीवाड़ा रोकना

केंद्र सरकार द्वारा संचालित PM Kisan Samman Nidhi Yojana का लाभ जनपद के तीन लाख 72 हजार 725 किसान ले रहे हैं। 2018 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक करीब 670 करोड़ रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों के खातों में पहुंचे हैं। इसी साल मई में 11वीं किस्त के रूप में किसानों को 70 करोड़ मिले थे। केंद्र सरकार ने 11वीं किस्त जारी करने से पहले ही योजना में कुछ बदलाव किए थे। दो-दो हजार रुपये की किस्त पाने के लिए ई-केवाइसी को अनिवार्य कर दिया गया। इसके बाद भी 35 प्रतिशत किसानों ने ई-केवाइसी नहीं कराया। सरकार के इस बदलाव का उद्देश्य फर्जीवाड़े को रोकना है।

अलीगढ़ में ही 60 हजार खातों में गड़बड़ी मिली थी। सत्यापन किए बिना ही भूमिहीन, आयकर दाता, सरकारी कर्मचारी, पेंशनर, मृतक, अधिवक्ता व पति-पत्नी के नाम से सम्मान निधि जारी कर दी गई। 2020 में सत्यापन होने पर फर्जीवाड़ा सामने आया था। ब्लाक स्तर पर समाधान दिवस आयोजित कर खाते दुरुस्त कराए गए, रिकवरी भी हुई थी।

PM Kisan Samman Nidhi Yojana

किसानों के कुछ खाते अभी भी दुरुस्त नहीं हो सके हैं। 11वीं किस्त का लाभ तब भी मिल गया। लेकिन, अब ई-केवाइसी न कराने पर लाभार्थी योजना से बाहर कर दिए जाएंगे। इस संबंध में कृषि विभाग को सख्त निर्देश मिले हैं। विभागीय अफसरों के अनुसार 65 प्रतिशत किसान ई-केवाइसी करा चुके हैं।

गांव-गांव कर रहे जागरूक

कृषि विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को E-KYC के प्रति जागरूक कर रहे हैं। लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन भी कराया जा रहा है। गांवों में चौपाल लगाकर लाभार्थियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।

जिन किसानों ने ई-केवाइसी नहीं कराया है, वे 25 अगस्त तक करा लें। यह उनके लिए अंतिम अवसर है। किसान अगर चूक गए तो हमेशा के लिए सम्मान निधि योजना से वंचित रह जाएंगे।

यशराज सिंह, उप कृषि निदेशक

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