मेघालय के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक बोले,शिक्षा के क्षेत्र में AMU का बेहतर काम, लेकिन नोबल पुरस्‍कार विजेता पैदा नहीं कर पाए

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बेहतर काम कर रही है। यहां के छात्र दुनिया भर में अपनी चमक बिखेेरे हुए हैं लेकिन हम नोबल पुरस्‍कार विजेता पैदा नहीं कर पाए।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 03:01 PM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 03:01 PM (IST)
मेघालय के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक बोले,शिक्षा के क्षेत्र में  AMU का बेहतर काम, लेकिन नोबल पुरस्‍कार विजेता पैदा नहीं कर पाए
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बेहतर काम कर रही है।

अलीगढ़, जेएनएन। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) बेहतर काम कर रही है। यहां के छात्र दुनिया भर में अपनी चमक बिखेेरे हुए हैं, लेकिन हम नोबल पुरस्‍कार विजेता पैदा नहीं कर पाए। हमें शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। राज्‍यपाल ने कहा आजादी के बाद से आजतक एजूकेशन के बजट पर चर्चा नहीं कर पाए। बिना चर्चा के ही बजट पास हो जाता है। 

राज्‍यपाल ने कुलपति की की तारीफ

राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक शनिवार को एएमयू के संस्‍थापक सर सैयद अहमद खां के जन्‍म दिवस पर ऑनलाइन समारोह को बतौर मुख्‍य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा, पता नहीं इस कर्ज को कभी उतार पाऊंगा या नहीं। अलीगढ़ से जब मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था तब शहर के लोगों से विवाद हो गया था। तब एएमयू के छात्र उनके साथ आ गए थे। मशहूर इतिहासकार प्रो. इरफान हबीब व मरहूम शायर शहरयार ने उनकी पर्ची तक बनाईं थीं। एएमयू के लिए आज बड़ा दिन है। ये संस्था आज अपनेे सौ वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही है। कोरोना संकट न होता तो ये समारोह पूरी दुनिया में शान से मनाया जाता। उन्होंने बेहतर कार्य के लिए कुलपति प्रो. तारिक मंसूूर की तारीफ भी की।

 सर सैयद ने समाज में पैदा की क्रांति : कुलपति

कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि सर सैयद ने समाज में एक क्रांति उत्पन्न कर दी जिसने भारतीय समाज को सभी क्षेत्रों में बदल कर रख दिया। वह एक गतिशील और बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति और एक विपुल लेखक थे। जिन्होंने शिक्षा, धर्म, संस्कृति, पत्रकारिता, साहित्य, सामाज सुधार, अर्थशास्त्र और राजनीति जैसे विविध विषयों पर बड़ी संख्या में किताबें लिखीं। एएमयू राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों में किसी से भी पीछे नहीं है और हमेशा प्राकृतिक आपदा और अन्य संकटों के समय इसने प्रभावितों की सेवा के लिए आगे कदम बढ़ाए हैं। कोविड-19 महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में एएमयू का जेएन मेडकिल कॉलेज संक्रमित रोगियों को सस्ती तथा मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने अवार्ड पाने वालों के साइटेशन पढ़ा। एएमयू शिक्षक प्रो. विभा शर्मा व प्रो. शकील अहमद समदानी व दो छात्रों ने भी विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापित डीएसडब्ल्यू प्रो मुजाहिद बेग ने किया। संचालन डॉ. फायजा अब्बासी व डॉ. शारिक अकील ने किया।

चांसलर ने किया गेट का उदघाटन

शाम को एएमयू चांसलर सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने आनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष की यादगार के रूप में एएमयू के नव निर्मित सेंटेनरी गेट का उद्घाटन किया। 

इन्‍हें अवार्ड से सम्मानित किया

डॉ. मिनाल्ट व अंजुमन इस्लाम को सर सैयद एक्सीलेंस अवार्ड राज्यपाल ने सर सैयद एक्सीलेंस अवार्ड अंतरराष्ट्रीय वर्ग में यूएसए की टेक्सस यूनिवॢसटी के इतिहास विभाग की प्रो. गेल मिनाल्ट को और राष्ट्रीय वर्ग में प्रसिद्ध शैक्षिक संस्था अंजुमन इस्लाम, मुबंई को प्रदान किया। डॉ. इनामुद्दीन को यंग रिसर्च अवार्ड एएमयू के एप्लाइड केमिस्ट्री विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. इनामुद्दीन को विज्ञान, जीवन विज्ञान, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और यूनानी चिकित्सा श्रेणी में एएमयू यंग रिसर्चर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 50 हजार रुपये नकद प्रदान किए गए।  जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज की हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससेे पहले सुबह एएमयू में सर सैयद की मजार पर चादर चढ़़ा़ई गई।

ये भी रहे शामिल

इस अवसर पर प्रो. चांसलर नवाब इब्ने सईद खान आफ छतारी, सहकुलपति, प्रो. जहीरुद्दीन, ट्रेजरार प्रो. कीम सैयद जिल्लुर्रहमान, परीक्षा नियंत्रक मुजीब उल्लाह जुबैरी, वित्त अधिकारी प्रो. एसएम जावेद अख्तर और प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली समेत आदि लोग आनलाइन समारोह में शामिल हुए।

chat bot
आपका साथी