lockdown 2: अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग कर चुकीं अलीगढ़ की जीतू शर्मा चिंतित, ये है वजह

फिल्म छपाक में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग कर चुकीं जीतू शर्मा अपने पिता के इलाज को लेकर बेहद चिंतित हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Thu, 23 Apr 2020 03:30 PM (IST) Updated:Thu, 23 Apr 2020 03:30 PM (IST)
lockdown 2: अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग कर चुकीं अलीगढ़ की जीतू शर्मा चिंतित, ये है वजह
lockdown 2: अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग कर चुकीं अलीगढ़ की जीतू शर्मा चिंतित, ये है वजह

अलीगढ़[जेएनएन]: फिल्म छपाक में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ एक्टिंग कर चुकीं जीतू शर्मा अपने पिता के इलाज को लेकर बेहद चिंतित हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर तीन मई तक देशभर में चल रहे लॉकडाउन की वजह से उनके पिता का इलाज नहीं हो पा रहा है। कैंसर रोग से पीडि़त पिता का इला नहीं हो पा रहा है। जीतू के पिता यूपी पुलिस में कांस्टेबल हैं और वर्तमान में अलीगढ़ में ही रह रहे हैं।

 जीतू कर रही रियल लाइफ में संघर्ष

 फिल्म छपाक में मशहूर वालीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ काम कर चुकी तेजाब अटैक पीडि़ता जीतू शर्मा के 55 वर्षीय कांस्टेबिल पिता सोमदत शर्मा को कैंसर हो गया है और कोरोना का टेस्ट कराए बगैर अस्पतालों ने इलाज करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उसके पिता का एक भारी दुख ये भी है कि बीमारी के कारण कागजों में आमद नहीं कराने पर जनपद मैनपुरी पुलिस ने उनको चार महीने से एक रुपये का वेतन नहीं दिया है। ये उस पुलिस का कारनामा है जिसकी सेवा में उन्होंने जिंदगी भर दिन रात एक कर दिया। अब मौत से जूझते अपने पिता को बचाने के लिए जीतू रियल लाइफ में संघर्ष कर रही हैं।

15 साल से अलीगढ़ में रह रहे हैं जीतू के पिता

मूल रूप से डिबाई बुलंदशहर के रहने वाले जीतू के पिता सोमदत शर्मा लगभग 15 साल से बरौला जाफराबाद में रह रहे हैं। दिसंबर में उनकी तैनाती मैनपुरी पुलिस लाइन में हुई, जहां से उनको एक थाने में भेजा गया। मगर गले में भीषण दर्द होने के कारण वह ज्वाइन नहीं कर पाए। जांच कराई गई तो उनको गले में खाने की नली में थर्ड स्टेज का कैंसर बताया गया। यहीं से जीतू का संघर्ष शुरू हुआ। अब वह अपने पिता को लेकर अस्पताल दर अस्पताल चक्कर लगा रही हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। दिसंबर से तनख्वाह नहीं मिलने से परिवार में पैसे का भी संकट है। बेटी जीतू शीरोज हैंगआउट से जुड़े होने के कारण आगरा से लेकर लखनऊ तक छांव फाउंडेशन के अधिकारियों से मदद मांग रही हैं।

डीजीपी से लगाई गुहार

छांव फाउंडेशन के पदाधिकारी दुर्गा प्रसाद शुक्ला ने बताया कि वह भी जीतू की मदद के लिए प्रयासरत हैं। उसके पिता की तनख्वाह दिलाने के लिए डीजीपी को पत्र लिख रहे हैं। जीतू ने बताया कि अभी तक उसके पिता का इलाज नोएडा के जेपी हास्पिटल में चल रहा था। लोन लेकर वहां इलाज करा रहे थे। तयशुदा तारीख पर दिखाने जाते और दवा लेकर लौट आते। अब कोरोना का संक्रमण बढऩे के बाद जेपी अस्पताल वाले कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट मांग रहे हैं।

नया मरीज नहीं लेंगे

 बुधवार को एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के कैंसर डिपार्टमेंट मे दिखाने गए तो वहां भी नहीं देखा गया। मेडिकल कालेज वालों ने कहा कि नया मरीज नहीं लेंगे। यहां जिस एंबुलेंस से पहुंचे थे, वह भी छोड़ गया तो चिलचिलाती धूप में पिता को रिक्शे पर लाद कर घर पहुंचे। पिता इस समय पानी भी नहीं पी पा रहे हैं, पानी मुंह से वापस निकल रहा है, क्योंकि कैंसर तीसरे स्टेज का है।

बेटियों ने उठाया बीड़ा

जीतू शर्मा तेजाब हमले की पीडि़ता हैं, इसलिए वह भी ज्यादा दौड़ धूप करने पर निढ़ाल हो जाती हैं। उनके साथ घर में दो बहन, आठ साल का छोटा भाई और मां हैं। ऐसे में सारा बोझ बेटियों पर ही पड़ा हुआ है। बेटियों ने अलग-अलग कर्ज लेकर पिता के इलाज का बीड़ा उठाया है।

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