पूर्व सीएम कल्‍याण सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे शिवपाल सिंह, कहा- मैंने नेताजी व बाबूजी से सीखा शिष्‍टाचार

Tribute to Kalyan Singh पूर्व मुख्‍यमंत्री कल्‍याण सिंह के निधन के बाद उन्‍हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। बुधवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी पहुंचे। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद बेटे राजवीर सिंह से बात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 12:46 PM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 01:42 PM (IST)
पूर्व सीएम कल्‍याण सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे शिवपाल सिंह, कहा- मैंने नेताजी व बाबूजी से सीखा शिष्‍टाचार
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बाबू जी को दी श्रद्धांजलि।

अलीगढ़, जेएनएन। पूर्व मुख्‍यमंत्री कल्‍याण सिंह के निधन के बाद उन्‍हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। बुधवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी बाबू जी के घर पहुंचे।  श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्‍होंने बेटे राजवीर सिंह से बात कर अपनी संवेदना व्यक्त की। 

कल्‍याण सिंह से पुराना संबंध बताया

शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि कल्याण सिंह परिवार से उनका पुराना सम्बन्ध है। अखिलेश के शोक व्यक्त न करने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि मैंने नेताजी और बाबूजी से शिष्टाचार सीखा है। राजू भैया से बीच में कई बार बाबूजी का हाल जाना। उस दिन भी फोन पर संवेदना जताई। राजनीति में दुश्मनी नहीं होनी चाहिए। उस दौरान मैं बाहर था,  नेताजी बीमार रहते हैं। अब लखनऊ जाकर उनसे बात करूंगा। यदि वे आये तो मैं उनके साथ फिर आऊंगा।

लोगों के आने का सिलसिला जारी

लोग अलीगढ़ में राज पैलेस स्थित आवास पर आकर शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। सुबह से लेकर दोपहर तक लगातार ग्रामीण क्षेत्र के लोग आ आते रहें। बाबूजी से जुड़ी तमाम यादें साझा की। कोई उनके चुनाव प्रचार की बात कर रहा था तो कोई राम मंदिर आंदोलन के समय की चर्चा कर रहा था। अतरौली तो मानों पूरा उमड़ पड़ा है। मंगलवार को गोरखपुर के सांसद और फिल्म अभिनेता रविकिशन भी संवेदनाएं व्यक्त करने अलीगढ़ पहुंचे।

नरौरा व वाराणसी के घाट पर गंगा के अलावा सरयू नदी में भी विसर्जित होंगी अस्‍थियां

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां नरौरा व वाराणसी के घाट पर गंगा के अलावा सरयू नदी में भी विसर्जित की जाएंगी। एक सितंबर को अतरौली स्थित केएमवी इंटर कालेज में अरिष्टि कार्यक्रम होगा। 27 अगस्त को नरौरा स्थित बांशी घाट पर फूल चुनने के बाद वहां भी अस्थियां विसर्जित की जाएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 21 अगस्त को लखनऊ में निधन हो गया था। उनकी पार्थिव 22 अगस्त को अलीगढ़ लाई गई और यहां स्टेडियम में अंतिम दर्शन के लिए रखी गई। 23 अगस्त को पार्थिव देह को उनकी कर्म स्थली अतरौली ले जाया गया। इसके बाद नरौरा के बांशी घाट पर उनका अंतिम संंस्कार किया गया। देर रात स्वजन अलीगढ़ लौटे। कल्याण सिंह के पुत्र और एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया ने बताया कि 27 अगस्त को नरौरा फूल चुनने जाएंगे। यहां पर भी बाबूजी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी। एक सितंबर को अतरौली के केएमवी इंटर कालेज में अरिष्टि का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद वाराणसी और अयोध्या जाकर अस्थि विसर्जित की जाएंगीं। अभी उसकी तिथि नहीं तय की जानी है।

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