पिता को राजनीति पसंद नहीं, बेटा बन गया एएमयू छात्र राजनीति का सरताज
एएमयू के 28 हजार छात्रों के सरताज बने सलमान इम्तियाज के पिता इम्तियाज अहमद को राजनीति से एलर्जी है। वे राजनीति से दूर रहते हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू के 28 हजार छात्रों के सरताज बने सलमान इम्तियाज के पिता इम्तियाज अहमद को राजनीति से एलर्जी है। वे राजनीति से दूर रहते हैं। सलमान को उन्होंने छात्रसंघ का चुनाव लडऩे से रोका था, लेकिन बेटा के करिश्मा से आज गदगद हैं। कहते हैं कि बेटा ने पूरी कौम का सिर ऊंचा कर दिया।
चुनाव लडऩे से पिता ने किया था इंकार
इम्तियाज अहमद अपने भाई मोहम्मद जाहिद अंसारी व अन्य परिजनों के साथ ऊपरकोट स्थित गली सुन्नट में रहते हैं। अमीरनिशा में भी उनका फ्लैट हैं, जिसमें बेटा सलमान इम्तियाज रहकर पढ़ाई कर रहा है। इम्तियाज अहमद का लॉक एंड हार्डवेयर का कारोबार है। इम्तियाज ने बताया कि सलमान का ऊपरकोट में फ्रेंड सर्किल नहीं हैं। उसका ताल्लुक घर व एएमयू से ही रहा है। कभी नहीं सोचा था कि वह चुनाव लड़ेगा। चुनाव लडऩे से पहले उसने मुझसे पूछा था। मैंने यह कहकर मना कर दिया था कि इसमें कुछ नहीं रखा, पढ़ाई पर ध्यान दे। बाद में बेटा की रुचि को देखकर हुए हां करनी पड़ी। चुनाव में मैंने कोई योगदान नहीं दिया। जो भी किया, बेटा ने किया। इम्तियाज अहमद ने बताया कि शनिवार को पूरी रात पूरा परिवार सो नहीं पाया। रात दो बजे पता चला कि वह जीत रहा है, घोषणा होनी बाकी है। अच्छा लगा।
सलमान ने दी सबका काम करने की सीख
चुनाव जीतने वाले सलमान इम्तियाज सुबह 7 बजे से दस बजे तक ही सो सके। इसके बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया। शाम को ऊपरकोट घर पर गए और परिजनों से आशीर्वाद दिया। सलमान ने बताया कि वालिद ने यही सीख दी है कि जिन छात्रों को यह जिम्मेदारी दी है, उसका निर्वहन किया जाए। सलमान ने बताया कि छात्रों की हर समस्या के समाधान पर काम किया जाएगा।
एएमयू छात्रसंघ उपाध्यक्ष की तबीयत बिगड़ी
उपाध्यक्ष चुने गए हमजा सूफियान को बुखार आने के कारण वह शाम तक कबीर कालोनी स्थित आवास से कहीं जा नहीं सके। पिता प्रो. सूफियान इस्लाही ने भी उन्हें छात्र हित में काम करने को कहा है। पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
मैं ईमानदारी से काम करूंगा
छात्र संघ सचिव चुने गए हुजैफा आमिर ने चुनाव की थकान नींद पूरी कर दूर की। सुलेमान हॉल में रह रहे हुजैफा ने इसके बाद छात्रों के साथ जीत की खुशी बांटी। हुजैफा ने बताया कि परिजनों ने छात्र हित में ईमानदारी से काम करने के लिए कहा है। मैं करूंगा भी यही।