अलीगढ़ में आपसी द्वंद से जूझ रही कांग्रेस

लोकसभा चुनाव के महामुकाबले में उतरी कांग्रेस में अंदर खाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। जिला व शहर इकाई के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के बीच तालमेल का तो अभाव दिख ही रहा है एक दूसरे पर आर

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Sat, 30 Mar 2019 12:01 PM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2019 12:01 PM (IST)
अलीगढ़ में आपसी द्वंद से जूझ रही कांग्रेस
अलीगढ़ में आपसी द्वंद से जूझ रही कांग्रेस

अलीगढ़ (जेएनएन)। लोकसभा चुनाव के महामुकाबले में उतरी कांग्रेस में अंदर खाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। जिला व शहर इकाई के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के बीच तालमेल का तो अभाव दिख ही रहा है एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं। एनएसयूआइ, सेवादल, युवक कांग्रेस सहित अन्य फ्रंटल के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार से न जोडऩे तक का मलाल है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो यह न तो पार्टी के लिए उचित होगा और न प्रत्याशी के लिए।

कैसे जाऊं उनके बीच?

युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आनंद बघेल का कहना है कि पार्टी प्रत्याशी चौ. बिजेंद्र सिंह ने आज तक मुझसे पूछा तक नहीं गया। ऐसे में कैसे उनके बीच जाऊं। पहले से भी वह मुझसे खुश नहीं हैं। नोटबंदी के दौरान शहर व जिला के संयुक्त धरने पर इनके द्वारा मेरे साथ अभद्रता की गई थी। 

अभी तक नहीं ली सुध

युवक कांग्रेस के लोकसभा के अध्यक्ष डॉ. अविनाश शर्मा का कहना है कि  टिकट की घोषणा के बाद से लेकर नामांकन प्रक्रिया और अब चुनाव प्रचार के लिए पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह ने सुध नहीं ली। मैं तो बड़ा लक्ष्य देखते हुए छोटी बातें नजरअंदाज रहा हूं। एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष ठा. आनंद पाल सिंह का कहना है कि इमरजेंसी के बाद जनता पार्टी की सरकार बनी थीं, तब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जेल जाने के विरोध में स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ी अपनी मां के साथ जेल गया था। हमने पार्टी को संघर्ष से सींचा है। आज तक बिजेंद्र सिंह ने फोन तक नहीं किया।

किसी से कोई शिकायत नहीं

कांग्रेस के प्रत्याशी चौ.बिजेंद्र सिंह का कहना है कि मैने सभी वरिष्ठ जन व अधिकांश चुनिंदा संघर्षशील कार्यकर्ताओं को खुद मोबाइल कर चुनाव में जुट जाने को कहा है। किसी की कोई शिकायत नहीं है, ना ही नाराज हैं। सभी प्रचार में जुटे हैं। पार्टी हाईकमान भी इन पर दवाब बना रही है।

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