अलीगढ़ के चूहे भी पलटा सकते हैं ट्रेन, ये है वजह
अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर चूहों के आतंक से रेल अफसर परेशान है। कई जगह पटरी के नीचे गहरे सूराख चूहों ने कर दिए हैं।
अलीगढ़ ( जेएनएन) । अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर चूहों के आतंक से रेल अफसर परेशान है। कई जगह पटरी के नीचे गहरे सूराख चूहों ने कर दिए हैं। जिससे कभी भी ट्रेन डीरेल हो सकती है, लेकिन अफसोस की तत्कालीन डीआरएम एसके पंकज के निर्देशों के वाबजूद इनकी रोकथाम को प्रयास नहीं हुए हैं।
प्लेटफार्म का भी किया खस्ता हाल
चूहों के आतंक से सबसे ज्यादा खस्ता हाल प्लेटफार्म एक व दो का है। हांलाकि प्लेटफार्म एक उपयोग में नहीं हैं, लेकिन दो नंबर प्लेटफार्म से इलाहाबाद की ओर रोजाना दो दर्जन ट्रेनें गुजरती हैं। जब ट्रेनें निकलती है तो स्लीपर भी जंप करते हैं।
चटक गई थी पटरी
10 दिन पूर्व ही हाथरस में स्लीपर हटने से रेल पटरी चटक गई थी। गनीमत रही कोई हादसा नहीं हुआ। 26 मई-17 को वाराणसी स्टेशन के पास भी एक रेल इंजन डीरेल चूहों की वजह से हो गया था। तत्कालीन डीआरएम ने भी चूहों की रोकथाम को कांच का बुरादा चूहों के बिल में डालने के निर्देश दिए लेकिन इन निर्देश पर आज तक अमल नहीं हुआ। मामला डिवीजन में रेल अफसरों के संज्ञान में होने के वाबजूद चूहों के आतंक को कम करने को कोई बजट रेलवे ने जारी नहीं किया है।
फेल हो चुके हैं सिग्नल
रेल लाइन के नीचे सिग्नल के भी तार है। गत वर्ष चूहों द्वारा एक केबिल कुतरने से सिग्नल फेल हो गया था। प्लेटफार्म दो पर पटरी के नीचे चूहों द्वारा गहरे-गहरे सूराक किए जाने से स्लीपर का बैलेंस भी गड़बड़ा सकता है।
अफसरों से कराएंगे जांच
उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय का कहना है कि चूहों के आतंक को कम करने को कांच का बुरादा डाला जाएगा। स्थानीय अफसरों से इसकी पड़ताल भी कराई जाएगी कि चूहों द्वारा किए गए सूराक कितने खतरनाक हो सकते हैं।