Devotthan Ekadashi : करीब दो साल बाद शहर की सड़कों पर बरातियों में दिखा गजब का उत्साह, आतिशबाजी से गूंज उठी शहर की सड़कें

अलीगढ़ जागरण संवाददाता। देवोत्थान एकादशी पर रविवार को सहालग शुरू होने पर पूरा शहर झूम उठा। शहर में हर तरफ बैंड-बाजा बरात थी। सड़क पर बराती डांस कर रहे थे। फिल्मी गीतों पर खुमारी थी तो देसी गीतों का तड़का भी खूब लगा।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 11:07 AM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 11:40 AM (IST)
Devotthan Ekadashi :  करीब दो साल बाद शहर की सड़कों पर बरातियों में दिखा गजब का उत्साह, आतिशबाजी से गूंज उठी शहर की सड़कें
देवोत्थान एकादशी पर रविवार को सहालग शुरू होने पर पूरा शहर झूम उठा।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  देवोत्थान एकादशी पर रविवार को सहालग शुरू होने पर पूरा शहर झूम उठा। शहर में हर तरफ बैंड-बाजा, बरात थी। सड़क पर बराती डांस कर रहे थे। फिल्मी गीतों पर खुमारी थी तो देसी गीतों का तड़का भी खूब लगा। कोरोना के चलते करीब दो साल बाद शादी के मौके को कोई गंवना नहीं चाह रहा था। आज मेरे यार की शादी है, ले जाएंगे दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे, ये देश है वीर जवानों का आदि गीतों पर तो बरातियों का उत्साह देखते ही बनता था। जबरदस्त सहालग होने के चलते पूरा शहर जाम से जूझता रहा।

चार महीने बाद जागे देव

चार महीने बाद रविवार को देव जागे तो शुभ कार्य शुरू हो गए। इसी के साथ सहालग भी शुरू हो गई। देवोत्थान एकादशी के दिन अनसुलझी शादियां होने के चलते जबदस्त शादियां थीं। पूरे जिले में करीब 1000 शादियां थीं। शहर का हर गेस्ट हाउस फुल था। तमाम जगहों पर तो पार्क और स्कूलों में व्यवस्था कर रखी थी। यहां तक कुछ मुहल्लों में तो गली तक में व्यवस्था की गई थी। रविवार को दोपहर से ही शहर में शादियों की धूम शुरू हो गई थी। तमाम जगहों पर बाहर से भी बरात आई थी, इसलिए शाम होते ही शहर बैंडबाजा, बरात में झूम उठा। बैंड वालों ने भी इस बार कुछ खास इंतजाम किए थे। तमाम बैंड वालों के ड्रेस बदले हुए थे। लाइटिंग की अच्छी व्यवस्था की गई थी। शाम सात बजते ही बराती झूमने लगे। रामघाट रोड पर किशनपुर तिराहे से लेकर तालानगरी तक जितने गेस्ट हाउस थे सभी बुक थे। बैंड पर बरातियों ने जमकर डांस किया। यही स्थिति आगरा रोड पर भी थी। सासनीगेट से लेकर मडराक तक सभी गेस्ट हाउस यहां भी बुक थे। जीटी रोड महरावल से लेकर बौनेर तक यहां भी कोई गेस्ट हाउस खाली नहीं थे। सभी में शादियां थीं। घोड़ी पर सवार दूल्हे राजा जब निकले तो बरातियों का उत्साह देखते ही बनता था। फिल्मी गीतों पर तो बराती डांस कर रहे थे देसी गीतों का तड़का लाजवाब था। बरातियों की देसी गानों की खूब डिमांड रही। बैंड वालों ने भी उन्हें निराश नहीं किया, सभी को खूब झुमाया। देररात तक बरातियों ने डांस किया।

जाम से जूझ उठा शहर

सहालग के चलते जाम से शहर झूम उठा। हालांकि, रविवार होने के चलते दिन में तो राहत रही, मगर शाम होते ही शहर में जगह-जगह जाम लगने लगे। रामघाट रोड पर किशनपुर तिराहे से लेकर क्वार्सी चौराहे तक जाम लगा रहा। उत्साहित बरातियों ने ट्रैफिक नियमों का भी पालन नहीं किया। क्वार्सी चौराहा भी रात आठ बजे तक जाम से जूझता रहा। तरुण वैली के पास भी काफी देर जाम लगा रहा। आगरा रोड पर भी यही स्थिति रही। मानिक चौक, हाथरस अड्डा, सासनीगेट पर शाम सात बजे से आठ बजे तक कई बार जाम लगा। जीटी रोड पर नुमाइश से लेकर सारसौल तक कई बार जाम लगता रहा। वहीं, एटा चुंगी शाम पांच बजे से जाम से जूझता रहा। हालांकि, ट्रैफिक सिपाही खड़े थे, जाम खुलवाने की वह कोशिश करते दिखे, मगर वाहनों की लंबी कतार के चलते वह भी कई बार विवश नजर आएं।

खूब रही व्यस्तता

जबरदस्त सहालग होने के चलते एक-एक व्यक्ति के पास आठ से 10 कार्ड आए हुए थे। खासकर राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं के साथ यही मामला था। सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि दिन से ही शादियों में पहुंचना शुरू कर दिया था। वर-वधू को आशीर्वाद देकर वह दूसरी शादियों में पहुंच रहे थे।

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