किसानों ने तीन जेई और दो एसडीओ बनाए बंधक!
अलीगढ़: चंडौस में बिजली संकट को लेकर मंगलवार को यहां बिजलीघर पर हुई किसान पंचायत में देर से पहुंचे दो एसडीओ व तीन जेई को इसकी सजा भी भुगतनी पड़ी। किसानों ने उन्हें कई घंटे धूप में बिठाए रखा।
चंडौस व वीरपुरा के लोगों में बिजली को लेकर विवाद चल रहा है। आरोप है कि वीरपुरा के लोग चंडौस की बिजली कट देते हैं। इस कारण टकराव तक स्थिति पैदा हो चुकी है। मंगलवार को इसी समस्या के समाधन के लिए पूर्व कार्यक्रम के तहत किसान पंचायत थी। इसे एसडीओ व जेई हल्के में ले रहे थे। वे मौके पर आए ही नहीं। बार-बार फोन पर आग्रह करने और धरने की चेतावनी देने के बाद ही एसडीओ खैर मेघ सिंह, चंडौस एसडीओ आरसी मौर्या, जेई चंडौस जितेंद्र कुमार, रजनीकांत वीरपुरा, ब्रजेश कुमार सहजपुरा पंचायत में पहुंचे। किसानों ने उन्हें पंचायत खत्म होने तक धूप में ही बैठने को मजबूर कर दिया। करीब छह घंटे चली पंचायत में किसानों की समस्याओं पर मंथन हुआ। तय हुआ कि 30 अगस्त को फिर पंचायत होगी। तब तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो अधिकारियों की घेराबंदी की जाएगी। संचालन विनोद कुमार ने किया।
पंचायत में विजेंद्र शर्मा, राजपाल शर्मा अजब सिंह, विनोद कुमार, राजेंद्र सिंह बापू, जगदीश शर्मा, नवाब सिंह, विमल तोमर, यादराम शर्मा आदि मौजूद थे। वही, एसडीओ खैर का कहना था कि उन्हें किसी ने बंधक नहीं बनाया, किसानों के साथ पंचायत जरूर हुई थी।
पंचायत में जेई ने लौटाई रिश्वत
गैयनपुर के किसान विनोद शर्मा ने आरोप लगाया कि पोल लगाने के लिए जेई ने एक हजार रुपये लिए थे। पंचायत में यह प्रकरण उठा तो जेई को एक हजार रुपये वापस करने पड़े। इसी तरह रेसरा गांव के किसान प्रताप ने एसडीओ पर दो हजार लेने का आरोप लगाया, लेकिन ऐन वक्त पर वह यह नहीं पहचान पाए कि रुपये किसे दिए थे। यह शिकायत झूठी मानी गई।