प्रभु यीशु के वचनों को आत्सात करें

By Edited By: Publish:Sat, 19 Apr 2014 02:00 AM (IST) Updated:Sat, 19 Apr 2014 02:00 AM (IST)
प्रभु यीशु के वचनों को आत्सात करें

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मसीही समुदाय ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे परंपरागत तरीके मनाया। गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं हुई। सूली पर यीशु मसीह के दिए सात संदेशों का अनुकरण करने का संकल्प लिया गया। इसी दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था।

नकवी पार्क स्थित क्राइस्ट चर्च में सुबह आठ बजे विशेष प्रार्थना सभा हुई। फादर अमन अभिषेक ने प्रभु यीशु के सात वचनों की व्याख्या कर उनकी सार्थकता बताई। उन्होंने कहा कि क्षमा, आश्वासन, उत्तरदायित्व, विरह वेदना, पुकार, संतुष्टि और समर्पण ऐसे भाव हैं, जिन्हें आत्मसात करके ही जीवन को प्रभु के योग्य बना सकते हैं। दोपहर 12 से तीन बजे तक घंटाघर स्थित चर्च ऑफ एसेंशन में प्रार्थना सभा हुई। प्रार्थना सभा में मुंबई से आए वीरेंद्र पाटिल ने भजन गए। उस क्रूस की क्या बात., यीशु बुला रहा.., मेरे जीवन का मकसद है. आदि भजनों से यीशु के वचनों को भक्तों तक पहुंचाया। यहां भी फादर अमन अभिषेक ने यीशु के सात वचनों को आत्मसात करने को कहा। विश्व शांति और सांप्रदायिक सौहार्द की कामना की। बाकी गिरजाघरों में भी गुड फ्राइडे पर प्रार्थना सभा व प्रवचन किए। भारतीय मानव सेवार्थ समिति ने नगला क्वार्सी में गुड फ्राइडे पर कार्यक्रम किया। इसमें यीशु मसीह के त्याग और बलिदान के बारे में बताया गया। समिति के संस्थापक सागर सिंह तोमर ने कहा कि इसी दिन यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। इस अवसर पर दीपक भारद्वाज, विजय बहादुर सिंह, कुंवरपाल सिंह, संतोष कुमार दिवाकर, विनय करोतिया, रनवीर, सुभाष, गिरीश शर्मा, यज्ञा अग्रवाल, एस मौर्या, प्रियंका, अनुराधा, ज्योति मौजूद थे।

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