प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल में तोड़फोड़, डॉक्टरों की लापरवाही पड़ी भारी

ऑपरेशन के दौरान कट गई थी नस, डॉक्टर और संचालक भागे, अस्पताल सील

By JagranEdited By: Publish:Sat, 01 Dec 2018 08:18 AM (IST) Updated:Sat, 01 Dec 2018 08:18 AM (IST)
प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल में तोड़फोड़, डॉक्टरों की लापरवाही पड़ी भारी
प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल में तोड़फोड़, डॉक्टरों की लापरवाही पड़ी भारी

आगरा: सिजेरियन डिलीवरी में शुक्रवार को नस कटने से महिला की मौत पर भड़के परिजनों ने जगदीशपुरा के मायादेवी हॉस्पिटल में जमकर तोड़फोड़ की। घटना के बाद हॉस्पिटल संचालक स्टाफ समेत फरार हो गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल को सील कर दिया है।

शमसाबाद के गांव ठेनई निवासी भीकम सिंह के मुताबिक पत्‍‌नी प्रीति को प्रसव पीड़ा पर गुरुवार रात 1:30 बजे शांति सिनेमा के पास स्थित इस हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। उनके पहले से तीन बच्चे हैं। भीकम का आरोप है कि अल्ट्रासाउंड सहित अन्य रिपोर्ट सामान्य होने पर भी संचालक सुरेंद्र सिंह, संचालिका अनीता ने सिजेरियन डिलीवरी कराने को कहा। 34 हजार रुपये जमा करा लिए। सिजेरियन के लिए डॉ. रेखा टंडन को बुलाया। उन्होंने ब्लड लाने के लिए कह दिया और प्रीति को ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में ले गए। यहां नस कटने से रक्तस्राव होने लगा। हालत बिगड़ने पर संचालक ने प्रसूता और नवजात बेटी को एसएन ले जाने को कहा। इलाज के लिए कहने पर उनसे मारपीट व गालीगलौज की गई। परिजन एसएन पहुंचे। यहां से पुष्पांजलि हॉस्पिटल रेफर कर दिया। वहां के डॉक्टरों ने प्रीति को मृत घोषित कर दिया। गुस्साए लोगों के हंगामे की सूचना पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मायादेवी हॉस्पिटल पहुंच गए। नोडल अधिकारी डॉ. नंदन सिंह ने बताया कि ओटी में खून के कपड़े व कई जगह खून पड़ा था। हॉस्पिटल को सील कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में डॉ. रेखा टंडन, हॉस्पिटल संचालक सुरेंद्र सिंह, अनीता, दीपक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर जगदीशपुरा ने बताया के सीएमओ की रिपोर्ट मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। संचालक और डॉक्टर ने नहीं उठाया फोन

माया देवी हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉ. रेखा टंडन और संचालक को फोन मिलाया लेकिन फोन नहीं उठा। जूता फैक्ट्री की जमीन पर चल रहा हॉस्पिटल

हॉस्पिटल जहां संचालित है, वहां पहले जूता फैक्ट्री की जमीन थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुरेंद्र सिंह बसपा से जुड़े हुए हैं उनके पिता चुनाव लड़ चुके हैं। बसपा के जिलाध्यक्ष डॉ. भारतेंद्र अरुण का कहना है कि सुरेंद्र सिंह बसपा कार्यकर्ता नहीं हैं।

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