CoronaVirus: सिर्फ मास्क पहनना ही काफी नहीं, आंखों की सुरक्षा भी जरूरी
CoronaVirus आंखों पर आई गियर या चश्मा लगाएं। मास्क उतारने और पहनने से पहले हाथों को करें अच्छी तरह से साफ।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है क्योंकि यह मुंह से निकलने वाली ड्रॉपलेट्स से फैलता है। मुंह और नाक को कवर करने के साथ ही आंखों को भी सुरक्षित रखने की जरूरत है। यह संक्रमण आंखों के जरिए भी हो सकता है। यह कहना है जालमा के पूर्व रिसर्च फेलो और माइक्रोबायोलॉजिस्ट डा. रनंजय सिंह का। उन्होंने कोरोना काल में आए मरीजों के लक्षणों के आधार पर पाया कि नाक और मुंह की सुरक्षा की तरफ सभी का ध्यान है, लेकिन आंखों को कवर करने के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है।
डा. सिंह ने बताया कि कोविड-19 हमारे मुंह और नाक में से निकले ड्रॉपलेट्स के माध्यम से फैलता है। यह किसी सतह पर लंबे समय तक सक्रिय रहता है। लोहे की सतह पर यह 24 घंटे तक सक्रिय कर सकता है। यदि कोई व्यक्ति उस सतह को छूता है तो वायरस के कण हाथ पर लग जाते हैं और यदि इन्हीं हाथों को आंख, मुंह और नाक से लगाया जाए तो ये वायरस व्यक्ति में प्रवेश कर सकता है। वे कहते हैं कि मुंह और नाक तो मास्क से कवर हो जाते हैं, लेकिन आंखों को कवर नहीं किया गया तो हाथ आंखों से लगेंगे और संक्रमण होने खतरा हो सकता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है तो हमारी श्वांसनली से ड्रॉपलेट्स बाहर निकलते हैं और ये हवा में छह से आठ फीट की दूरी तक जाते हैं। ये ठीक हवा में स्प्रे करने के समान होता है। इससे बचने के लिए हमें संक्रमित व्यक्ति से आठ फीट दूर रहना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
-मास्क पहनने और उतारने से पहले हाथों को अच्छे से साबुन से साफ करें।
-मास्क नाक और मुंह को पूरी तरह से कवर करे।
-मास्क पूरी तरह से आपके फेस पर फिट हो।
-मास्क को पहनने के बाद उसे ना छुएं।
-हाथों को बार-बार साबुन से धोते रहें।
-साबुन न होने पर 80 फीसदी एल्कोहल वाले सेनिटाइजर से हाथों को साफ करें।