UP Board 2021: 10 फीट रोड होने पर ही बन पाएंगे बोर्ड परीक्षा केंद्र, रखना होगा इन बातों का भी ध्यान

UP Board 2021 यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जारी है केंद्र निर्धारण प्रक्रिया। भौतिक सत्यापन में जांच टीम परख रही हर हालत। निरीक्षण के लिए जाने वाले उड़नदस्तों के चार पहिया वाहनों को केंद्र तक पहुंचने में कोई अड़चन न हो। इसलिए यह नियम पहली बार लागू किया गया है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 13 Dec 2020 01:12 PM (IST) Updated:Sun, 13 Dec 2020 01:12 PM (IST)
UP Board 2021: 10 फीट रोड होने पर ही बन पाएंगे बोर्ड परीक्षा केंद्र, रखना होगा इन बातों का भी ध्यान
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जारी है केंद्र निर्धारण प्रक्रिया।

आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नकल विहीन परीक्षा कराने की मंशा से बोर्ड ने नियमों को और सख्त कर दिया है। यह सख्ती स्कूलों का भौतिक सत्यापन व निरीक्षण करने पहुंच रही जांच टीम की कार्रवाई में भी दिखाई दे रही है। सबसे महत्वपूर्ण 10 फीट रोड की अनिवार्यता का है।

इस सख्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टीम सबसे पहले स्कूल तक पहुंचने का रास्ता देख रही है, जिन स्कूलों तक पहुंचने का मार्ग 10 फीट से अधिक है, उनको तो ओके की रिपोर्ट मिल रही है, लेकिन जिन स्कूलों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है, उनकी रिपोर्ट में कमियों का जिक्र भी टीम कर रही हैं।

उड़नदस्तों को न हो दिक्कत

केंद्र निर्धारण नीति में बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि निरीक्षण के लिए जाने वाले उड़नदस्तों के चार पहिया वाहनों को केंद्र तक पहुंचने में कोई अड़चन न हो। इसलिए यह नियम पहली बार लागू किया गया है। पहले स्कूल तक पहुंच का मार्ग सुगम होने का नियम था, लेकिन इस बार सुगम की परिभाषा को न्यूनतम 10 फीट चौड़ा होना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि यह नियम राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों पर लागू नहीं होगा, सिर्फ वित्तविहीन स्कूल इसकी जद में आएंगे।

इनका भी रखें ध्यान

- केंद्र के प्रवेश द्वार, शिक्षण या प्रशासनिक कक्ष के ऊपर से हाइटेंशन लाइन न गुजर रही हो।

- स्कूल में स्थायी विद्युत व्यवस्था व जेनरेटर होना अनिवार्य है।

- स्कूल की खिड़कियां सार्वजनिक आवागमन के लिए मुख्य सड़क या पतली गली में न खुलती हो। 

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