UP Chunav 2022: चुनावी संग्राम में पिछड़ों पर सबसे अधिक दांव, यहां देखें आगरा के उम्मीदवारों की लिस्ट

UP Assembly Election 2022 प्रमुख दलों ने आगरा जिले की नौ विधानसभा सीटों पर पिछड़ा वर्ग के 11 प्रत्याशियों पर जताया है भरोसा। चुनावी रण में जाटव व ब्राह्मण प्रत्याशी हैं दूसरे नंबर मुस्लिम और वाल्मीकि सबसे पीछे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 02:01 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 02:01 PM (IST)
UP Chunav 2022: चुनावी संग्राम में पिछड़ों पर सबसे अधिक दांव, यहां देखें आगरा के उम्मीदवारों की लिस्ट
चुनावी रण में जाटव व ब्राह्मण प्रत्याशी हैं दूसरे नंबर, मुस्लिम और वाल्मीकि सबसे पीछे।

आगरा, जागरण संवाददाता। 2022 के चुनावी रण के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रमुख दलों ने सबसे अधिक पिछड़ी जाति के प्रत्याशियों पर सबसे अधिक भरोसा जताया है। जिले की नौ विधानसभा सीटों पर भाजपा, बसपा, सपा-रालोद गठबंधन, कांग्रेस के मिलाकर पिछड़ा वर्ग के 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। दूसरे नंबर पर जाटव और ब्राह्मण प्रत्याशियों की संख्या हैं। इन समाजों के सात-सात प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं। क्षत्रीय समाज के छह प्रत्याशी हैं। मुस्लिम और वाल्मीकि सबसे पीछे हैं। इनके सिर्फ एक-एक प्रत्याशी पर ही इन प्रमुख पार्टियों ने भरोसा जताया है।

जिले में बसपा ने पिछड़ों पर सबसे अधिक भरोसा जताया है। उसने नौ में से चार प्रत्याशी पिछड़ा वर्ग के उतारे हैं। पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशियों पर दांव लगाने में भाजपा और कांग्रेस दूसरे नंबर पर हैं। इन्होंने तीन-तीन प्रत्याशी उतारे हैं। जबकि सपा ने सिर्फ एक ही पिछड़ा वर्ग का प्रत्याशी को टिकट दिया है। ब्राह्मण कार्ड खेलने में सपा सबसे आगे रही है। सपा-रालोद गठबंधन की ओर से उसने तीन सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस ने दो ब्राह्मण चेहरों पर दांव लगाया है। वहीं, भाजपा और बसपा ने सिर्फ एक-एक ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट दिया है। कोरोना काल में हो रहे चुनाव में इस बार वैश्य प्रत्याशियों पर कम भरोसा जताया है। बसपा का एक भी प्रत्याशी वैश्य समाज से नहीं है। उत्तर विधानभा सीट से मुरारी लाल गोयल को टिकट दी थी, लेकिन वह भी काट कर मुस्लिम को दे दी। भाजपा ने 2017 के मुकाबले इस बार वैश्य समाज का एक प्रत्याशी कम कर दिया है। पिछले चुनाव में उत्तर व खेरागढ़ सीट से वैश्य प्रत्याशी पर दांव लगाया था। इस बार सिर्फ अपनी परंपरागत उत्तर सीट से ही वैश्य प्रत्याशी उतारा है। कांग्रेस और गठबंधन ने वैश्य समाज का एक-एक प्रत्याशी उतारा है।

क्षत्रीय समाज को सभी राजनीतिक दलों ने खुश करने की कोशिश की है। भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन ने दो-दो, कांग्रेस व बसपा ने एक-एक क्षत्रीय प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा, बसपा और सपा-रालोद गठबंधन ने जाटव समाज के दो-दो प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस ने एक सीट पर जाटव और एक पर वाल्मीकि समाज के प्रत्याशी को मौका दिया है। पार्टी की तरफ से छावनी सीट पर सिकंदर वाल्मीकि के रूप में वाल्मीकि चेहरा सामने है। प्रमुख दलों में से सिर्फ बसपा ने ही एक मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव लगाया है। उसने उत्तर से शब्बीर अब्बास को चुनाव में उतारा है।

पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार

भाजपा: फतेहपुर सीकरी से चौधरी बाबूलाल, खेरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाह व फतेहाबाद से छोटेलाल वर्मा।

बसपा: एत्मादपुर से राकेश बघेल, फतेहपुर सीकरी से डा. मुकेश कुमार राजपूत, खेरागढ़ से गंगाधर सिंह कुशवाह व बाह से नितिन वर्मा।

सपा-रालोद गठबंधन: फतेहपुर सीकरी से बृजेश चाहर।

कांग्रेस: फतेहपुर सीकरी से हेमंत चाहर, एत्मादपुर से शिवानी बघेल, फतेहाबाद से होतम सिंह निषाद।

जाटव समाज के उम्मीदवार

भाजपा: छावनी से डा. जीएस धर्मेश व ग्रामीण से बेबीरानी मौर्य।

बसपा: छावनी से भारतेंदु अरुण व ग्रामीण से किरन प्रभा केसरी।

सपा-रालोद: छावनी से कुंवर चंद वकील व ग्रामीण महेश जाटव।

कांग्रेस: ग्रामीण से उपेंद्र सिंह।

वैश्य समाज के उम्मीदवार

भाजपा: उत्तर से पुरुषोत्तम खंडेलवाल।

सपा-रालोद: दक्षिण से विनय अग्रवाल।

कांग्रेस: उत्तर पर विनोद बंसल।

क्षत्रीय समाज के उम्मीदवार

भाजपा: एत्मादपुर से डा. धर्मपाल सिंह व बाह से पक्षालिका सिंह।

बसपा: फतेहाबाद से शैलेंद्र प्रताप सिंह उर्फ शैलू।

सपा-रालोद: एत्मादपुर से डा. वीरेंद्र चौहान व खेरागढ़ से रौतान सिंह।

कांग्रेस: खेरागढ़ सीट पर रामनाथ सिकरवार।

ब्राह्मण समाज के उम्मीदवार

भाजपा: दक्षिण से योगेंद्र उपाध्याय।

बसपा: दक्षिण से रवि भारद्वाज।

सपा-रालोद: उत्तर से ज्ञानेंद्र गौतम, बाह से मधुसूदन शर्मा व फतेहाबाद से रूपाली दीक्षित।

कांग्रेस: बाह से मनोज दीक्षित व दक्षिण से अनुज शर्मा। 

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