Dev Uthani Ekadashi 2020: देवोत्थान एकादशी पर बन रहे हैं तीन शुभ योग, जानिए आने वाले दिनों के विवाह मुहूर्त

Dev Uthani Ekadashi 2020 25 नवंबर को उठेंगे देव देवोत्थान एकादशी से होगी विवाह मुहूर्त की शुरूआत। देवोत्थान पर बन रहा सिद्धि महालक्ष्मी और रवि योग जैसे शुभ योग। नवंबर और दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त होंगे काफी कम।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 08:48 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 08:48 AM (IST)
Dev Uthani Ekadashi 2020: देवोत्थान एकादशी पर बन रहे हैं तीन शुभ योग, जानिए आने वाले दिनों के विवाह मुहूर्त
25 नवंबर को उठेंगे देव, देवोत्थान एकादशी से होगी विवाह मुहूर्त की शुरूआत।

आगरा, जागरण संवाददाता। सनातन धर्म में शादी-विवाह जैसे शुभ व मांगलिक कार्य चातुर्मास में नहीं होने की मान्यता है। इसलिए देवशयनी एकादशी से इन पर रोक लग जाती है। इस बार एक जुलाई को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास लगने के बाद से शुभ कार्यों पर रोक लग गई थी, जो 25 नवंबर को देवोत्थान के साथ खत्म होगी।

पं. चंद्रेश कौशिक ने बताया कि चातुर्मास 25 नवंबर को समाप्त हो रहे हैं और देवोत्थान एकादशी 25 नवंबर को दोपहर दो बजकर 42 मिनट से शुरू होकर 26 नवंबर को पांच बजकर 10 मिनट तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल एकादशी के दिन भगवान गहरी निद्रा में सो जाते हैं। इसे चातुर्मास भी कहा जाता है, जिसकी अवधि चार महीने की होती है। मान्यता है कि इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं। लेकिन इस बार अधिक मास लगने के कारण ये अवधि बढ़कर पांच महीनों की हो गई है। वहीं कार्तिक मास की देवोत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त पर भगवान विष्णु जागते है, इसलिए इसे देवोत्थान एकादशी कहा जाता है।

बन रहा शुभ योग

देवोत्थान एकादशी पर इस बार सिद्धि, महालक्ष्मी और रवि योग जैसे शुभ योग बन रहे हैं, जिस कारण इस एकादशी पर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और देवी तुलसी की पूजा करने पर विशेष फल की प्राप्ति होगी। इस दिन माता तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम के साथ करने की भी मान्यता है। तुलसी विवाह अनुष्ठान से भी कन्यादान जितना ही पुण्य प्राप्ति होती है क्योंकि शालिग्राम, विष्णु जी का ही अवतार हैं।

कम हैं विवाह मुहूर्त

इस वर्ष नवंबर और दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त काफी कम होंगे। 16 दिसंबर से मलमास (खरमास) लगने से भी विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं होगा। इसके बाद गुरु और शुक्र के अस्त होने की वजह से विवाह का मुहूर्त नहीं होगा। 2021 में भी गुरु और शुक्र के अस्त होने के कारण शादियों के मुहूर्त कम ही मिलेंगे। 17 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य गुरु अस्त हो जायेंगे, गुरु अस्त होने पर भी विवाह कार्य नहीं होते हैं।

यह होंगे शुभ मुहूर्त

वर्ष 2020 का अंतिम विवाह मुहूर्त 11 दिसंबर को है, जिसके बाद अप्रैल 2021 में ही अगला विवाह मुहूर्त होगा। वहीं नवंबर 2020 में 25, 27, 29 और 30 तारीख पर जबकि दिसंबर में एक, सात, नौ, 10 और 11 तारीख को शुभ मुहूर्त हैं। वहीं अप्रैल 2021 में 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30 तारीख शुभ मुहूर्त होगी। 

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