अद्भुत श्रंगार- पोशाकों से भक्‍त उड़ेलेंगे अपनेे कान्‍हा पर प्‍यार, जानिए क्‍या चल रहीं जन्‍माष्‍टमी की तैयारी Agra News

पुष्प तेजोमहल में विराजेंगे ठाकुरजी। मृगांक कौमुदी पोशाक की छटा होगी अद्भुत रजत-कमल पुष्प में होगा प्राकट्य।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 20 Aug 2019 12:57 PM (IST) Updated:Wed, 21 Aug 2019 11:20 AM (IST)
अद्भुत श्रंगार- पोशाकों से भक्‍त उड़ेलेंगे अपनेे कान्‍हा पर प्‍यार, जानिए क्‍या चल रहीं जन्‍माष्‍टमी की तैयारी Agra News
अद्भुत श्रंगार- पोशाकों से भक्‍त उड़ेलेंगे अपनेे कान्‍हा पर प्‍यार, जानिए क्‍या चल रहीं जन्‍माष्‍टमी की तैयारी Agra News

आगरा, जेएनएन। पूर्णावतार, रसावतार, प्रेमावतार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव शास्त्रीय मर्यादाओं एवं परंपराओं के अनुसार उन्हीं की जन्मस्थली श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर 24 अगस्त को मनाया जाएगा। जन्मोत्सव पर भगवान पुष्प तेजोमहल बंगले में विराजेंगे और मृगांक कौमुदी पोशाक धारण करेंगे।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की नयनाभिराम साज-सज्जा देख श्रद्धालु अभिभूत हो उठेंगे। देश के विभिन्न भागों से आए कारीगर अद्भुत स्वरूप प्रदान करने के लिए दिन-रात साज-सज्जा, विद्युत सजावट कर रहे हैं। श्रीकेशवदेव मंदिर में पुष्प, पत्र, वस्त्रों से निर्मित बंगले में ठाकुरजी विराजमान होंगे। भगवान की प्राकट्य भूमि और कारागार के रूप मे प्रसिद्ध गर्भगृह की सज्जा चित्ताकर्षक होगी।

भागवत भवन मंदिर प्रांगण को भव्य सजाया जा रहा है। पत्र, पुष्प, प्रतिकृति वस्त्र के अद्भुत संयोजन से बनाए गए पुष्प तेजोमहल बंगले में विराजमान होकर ठाकुरजी मनोहारी दर्शन देंगे। ठाकुरजी रेशम, जरी, रत्न प्रतिकृति के सुंदर संयोजन से बनी मृगांक कोमुदी पोशाक धारण करेंगे। 24 अगस्त को सुबह मंगला दर्शन से पूर्व भगवान इसी पोशाक को धारण कर दर्शन देंगे। पोशाक में रत्न, मोती, रेशम का उपयोग करते हुए कमल, पुष्प, पत्ती, लता-पता की जड़ाई की गई है। सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर 23 अगस्त को शाम छह बजे श्रीकेशव देव मंदिर से संत और भक्त ढोल, नगाढ़े, झांझ- मजीरे के मध्य भगवान श्री राधाकृष्ण की पोशाक अर्पित करने के लिए संकीर्तन करते हुए जाएंगे। पोशाक, मुकुट, श्रृंगार, दिव्य मोछलासन, कामधेनु गाय की प्रतिकृति, रजत कमल के दर्शन होंगे। शाम साढ़े छह बजे से भागवत भवन में पोशाक के दर्शन होंगे। 24 अगस्त को सुबह शहनाई और नगाड़ों के वादन के साथ भगवान की मंगला आरती के दर्शन होंगे। सुबह 10 बजे पुष्पांजलि होगी। रात 11 बजे से जन्म अभिषेक का कार्यक्रम आरंभ होगा। रात 12 बजे भगवान के प्राकट्य के साथ मंदिर में शंख, ढोल, नगाड़े, झांझ- मंजीरे बज उठेंगे, भगवान श्रीकृष्ण का चल विग्रह मोर्छलासन में विराजमान में होकर अभिषेक स्थल पर आएगा। भगवान का प्रथम अभिषेक स्वर्ण मंडित रजत से निर्मित कामधेनू स्वरूप गो माता करेंगी। रजत कमलपुष्प में विराजमान ठाकुरजी के श्रीविग्रह का अभिषेक स्वर्ण मंडित रजत गो विग्रह के पयोधरों से निकली दुग्धधारा से होगा। महाभिषेक रात 12.15 से 12.30 तक चलेगा। जन्म के दर्शन रात डेढ़ बजे तक होंगे। संस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि ठाकुरजी को मेवा, लड्डू, गोंद लड्डू, मिंगी लड्डू, मेवापाक, पकवान, फल आदि का भोग अर्पित किया जाएगा। 

जन्माष्टमी पर अखंड भारत का दिया जाएगा संदेश

श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भगवान श्रीकृष्ण के 5246 जन्मोत्सव पर अखंड भारत का संकल्प लिया जाएगा। इसी संकल्प के साथ महाभिषेक किया जाएगा।

भगवान श्रीकृष्ण का संपूर्ण जीवन दर्शन में उत्थान का संदेश स्पष्ट है। विश्व के अधिकांश देशों में श्रीमदभागवत गीता, कृष्ण लीलाओं का चिंतन, अनुसरण करने वाले भक्त अवश्य मिल जाएंगे। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं, दर्शन, उपदेशों को व्‍यापक रूप से लोगों तक पहुंचाने के लिए कृष्ण वंदे जगद्गुरुम के भाव के साथ सशक्त भारत, समृद्ध भारत, अखंड भारत के संकल्प के साथ जन्मोत्सव की पूजा, संकल्प और महाभिषेक किया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालुओं का आवागमन होता है, माना जा रहा है कि जन्मभूमि से यह संदेश देश के कोने-कोने तक जा सकेगा। भगवान की जन्मभूमि से उन्हीं का संदेश श्रद्धालु ग्रहण भी करेंगे।

श्रद्धालु यह न लाएं साथ

मोबाइल, कैमरा, सिगरेट, थैला, माचिस, बीड़ी, सिगरेट, चाकू, ब्लेड, इलेक्ट्रोनिक्स सामान।

श्रद्धालुओं को न होगी दिक्कत

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने श्रद्धालुओं के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था करने का दावा किया है। जन्मभूमि के संपर्क मार्गों पर जूता और सामान घरों की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु भगवान के जन्मोत्सव के दर्शन कर सकें, इसके लिए एलक्ष्डी लगाई जा रही हैं। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु आएंगे। सभी आवश्यक स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था करने के प्रयास किए जा रहे हैं। संभव है कि श्रद्धालु भीड़ के कारण मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएं, इनके लिए मंदिर प्रांगण और मंदिर परिसर के बाहर एलइडी स्क्रीन की व्यवस्था की जा रही है। जन्मभूमि के निकट खुले स्थानों तिरपाल की व्यवस्था की जाएगी, जिससे दूर से आने वाले श्रद्धालु विश्रााम कर सकेंगे। बैैरीकेडिंग इस प्रकार कराई जाएगी, जिससे कम से कम समय में श्रद्धालु दर्शन कर सकें। श्रद्धालुओं के सुगम प्रवेश के लिए लाउडस्पीकर से दिशा-निर्देश दिए जा सकें। श्रद्धालुओं का प्रवेश गेट नंबर तीन गाेविंद द्वार से होगा और निकास मुख्य द्वार से होगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि जन्मोत्सव के लिए चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

कान्हा के आगमन को तैयार नंदगांव

कान्हा के क्रीड़ा स्थली नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की खुशियां छाने लगी हैं। भले ही नंदगांव में रक्षा बंधन से आठवें दिन (खुर गिनती) से जन्मोत्सव मनाया जाता है, लेकिन बधाई गायन रक्षाबंधन से आरंभ हो जाता है। नंदभवन में शाम साढ़े पांच से साढ़े छह बजे तक चलने वाला बधाई गायन जन्मोत्सव की खुशियां बिखेर रहा है। जन्मोत्सव पर मंदिर और आस-आस के स्थल की सतरंगी सजावटी भी नयनाभिराम होगी। मंदिर की सजावट उप्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा कराई जानी है। नंदगांव में इस बार २३ अगस्त को जन्मोत्सव और २४ अगस्त को नंदोत्सव मनाया जाएगा।

दुनियां में कान्हा का जन्मोत्सव तिथि से मनाया जाता है, लेकिन उनकी क्रीड़ा स्थली नंदगांव में खुर गिनती से मनता है। मान्यता है कि नंदबाबा पढ़े- लिखे नहीं थे, इसलिए खुर गिनती से अपने लाला का जन्मोत्सव मानते थे। उसी परंपरा के चलते नंदगांव में 23 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी, जबकि पूरे विश्व मे 24 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जानी है। नंदबाबा मंदिर में शाम को बधाई गायन आरंभ हो चुका है। जन्माष्टमी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी कमर कस ली है। नंदभवन के सेवायत सुशील गोस्वामी ने बताया कि नंदगांव में खुर गिनती से लाला का जन्मोत्सव मनाया जाता है। रक्षा बंधन के ठीक आठ दिन बाद जन्माष्टमी मनाई जाती है।

23 अगस्त को होने वाले आयोजन

- दोपहर 12 से 3 बजे तक बधाई गायन।

- शाम 6 बजे से नंदगांव और बरसाना के गोस्वामियों द्वारा लाला के जन्म का बधाई गायन।

-रात 9 बजे से 12 बजे तक मंदिर में भजन संध्या, श्रद्धालुओं द्वारा बधाई गायन, ढांढ़ी-ढाढ़िन लीला।

- रात्रि 12 बजे कृष्ण जन्म अभिषेक की आरती एवं प्रसाद पंचामृत वितरण।

२४ अगस्त के आयोजन

- सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक स्वर्ण रजत पालने में कृष्ण बलराम के दर्शन

- 10 बजे से 2 बजे तक नंदगांव बरसाना के गोस्वामियों के मध्य बधाई गायन, शंकर लीला, बांस बधाई, मल्ल युद्ध, भांड़ बधाई का आयोजन होगा।

- दोपहर तीन बजे से विशाल दंगल का आयोजन।

- शााम छह बजे से नंदबाबा मंदिर स्थित बंगली में विशेष दर्शन और बधाई गायन।

चाक चौबंद रहेगी सुरक्षा

जन्माष्टमी और नंदोत्सव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक- चौबंद रहेगी। 22 अगस्त की शाम से ही नंदगांव की सीमा सील कर दी जाएगी। मेला क्षेत्र में सादा वर्दी में जवान तैनात रहेंगे।

प्रदीप कुमार, थाना प्रभारी निरीक्षक बरसाना

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