जारी हुआ फरमान, अब से स्‍कूल में प्‍लास्टिक टिफिन और बोतल की नो एंट्री Agra News

अब विद्यार्थी और शिक्षक सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल स्कूल परिसर में नहीं करेंगे। प्लास्टिक के लंच बॉक्स और पानी की बोतलों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 01:31 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 01:31 PM (IST)
जारी हुआ फरमान, अब से स्‍कूल में प्‍लास्टिक टिफिन और बोतल की नो एंट्री Agra News
जारी हुआ फरमान, अब से स्‍कूल में प्‍लास्टिक टिफिन और बोतल की नो एंट्री Agra News

आगरा, प्रभजोत कौर। शहर के स्कूलों में अब प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगने वाला है। स्कूलों की एसोसिएशन ने स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इन निर्देशों के अनुसार अब विद्यार्थी और शिक्षक सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल स्कूल परिसर में नहीं करेंगे। यही नहीं, प्लास्टिक के लंच बॉक्स और पानी की बोतलों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

शहर में तीन एसोसिएशन

शहर में सीबीएसई के 500 से ज्यादा और आइसीएसई के लगभग नौ स्कूल हैं। तीन एसोसिएशन हैं। पहली एसोसिएशन का नाम अप्सा यानी एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा। दूसरी का नाम नप्सा है यानि नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन। तीसरी वोसा है यानी वॉयस ऑफ स्कूल एसोसिएशन। तीनों ही एसोसिएशन से शहर के अलग-अलग स्कूल संबद्ध हैं। अप्सा के 44 सदस्य हैं, नप्सा के 70 से ज्यादा हैं तो वोसा के लगभग 60 स्कूल सदस्य हैं।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाया प्रतिबंध

अप्सा और नप्सा ने स्कूलों में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। अप्सा के अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए काफी नुकसानदायक हैं। इसलिए हमारी एसोसिएशन ने सिंगल यूज प्लास्टिक को स्कूल परिसर में बैन कर दिया है। शिक्षकों और विद्यार्थियों को मना किया गया है कि वे प्लास्टिक उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करेंगे। ऐसा ही निर्देश नप्सा ने भी जारी किया है। नप्सा के सचिव राजवीर सिंह सोलंकी ने बताया कि शहर और देहात के सभी स्कूलों में यह सर्कुलर एसोसिएशन की तरफ से जारी कर दिया गया है कि स्कूल परिसर में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। प्लास्टिक के विकल्प तलाशे जाएं और बच्चों को उनके इस्तेमाल के लिए जागरूक किया जाए।

प्लास्टिक के टिफिन और पानी की बोतलें भी बैन

वोसा ने अपने सभी स्कूलों के लिए यह निर्देश जारी किए हैं कि सस्ते प्लास्टिक के बने लंच बॉक्स और पानी की बोतलों का इस्तेमाल बच्चे स्कूल में नहीं करेंगे। वोसा के अध्यक्ष डा. राहुल राज ने बताया कि सस्ते प्लास्टिक का सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कई बीमारियां शरीर में इस प्लास्टिक की वजह से ही पहुंचती हैं। बच्चे गर्म खाना प्लास्टिक के टिफिन में बंद करके लाते हैं। तीन घंटों में खाने में तमाम कैमिकल पहुंच जाते हैं। अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है कि वे बच्चों को स्टील के टिफिन में खाना दें। पानी की बोतलों पर भी प्रतिबंध लगाते हुए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 

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