CoronaVirus और Lockdown ने बदल दी बाजार की सूरत, लैपटॉप और मोबाइल की हो रही बंपर सेल
सितंबर अक्टूबर में शहर में 80 करोड़ का हुआ कारोबार। आनलाइन क्लास और वर्क फ्राम होम से बढ़ी मांग- त्योहारी सीजन में 150 करोड़ के कारोबार का अनुमान। आगरा में लैपटाप और कंप्यूटर की 150 से ज्यादा दुकानें हैं अकेले संजय प्लेस में ही लगभग 80 दुकानें हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में लैपटाप और कंप्यूटर की 150 से ज्यादा दुकानें हैं, अकेले संजय प्लेस में ही लगभग 80 दुकानें हैं। गैजेट्स की खरीदारी का सीजन दशहरे से फरवरी तक का माना जाता है, लेकिन इस साल कोरोना काल में हर काम आनलाइन हो रहा है। इसलिए कंप्यूटर, लैपटाप और मोबाइल की बिक्री भी जून से ही शुरु हो गई थी, जो सितंबर आते-आते पीक पर पहुंच गई।
कोरोना काल में वर्क फ्राम होम व आनलाइन क्लास का चलन बढ़ गया है। इसी कारण बाजार में मोबाइल, लैपटाप, वेबकैम आदि की मांग काफी बढ़ गई है। जानकारों के अनुसार इस साल सितंबर और अक्टूबर माह में 80 करोड़ का कारोबार हुआ है। साथ ही अब त्योहारी सीजन में 150 करोड़ के कारोबार का अनुमान है।
मोबाइल कारोबार में हुई वृद्धि
कोरोना काल में सबसे ज्यादा मोबाइल कारोबार में वृद्धि हुई है। शहर में 400 से ज्यादा रिटेल की दुकानें हैं।सितंबर अक्टूबर में आगरा में 40 से 45 करोड़ रुपये का मोबाइल कारोबार हुआ है।
त्योहारी सीजन में आएंगे नए माडल
त्योहारी सीजन में आइफोन में चार नए माडल जल्द ही लांच होने वाले हैं। इनमें आइफोन-12, आइफोन-12 प्रो, आइफोन-12 मैक्स और आइफोन-12 मिनी शामिल हैं। इनकी कीमत 80 हजार से एक लाख बीस हजार रुपये तक है। आइफोन की एडवांस बुकिंग शुरु हो चुकी है। एमआइ पहले ही अपने 12 माडल लांच कर चुका है। एमआई के मोबाइल की कीमत छह हजार से 20 हजार रुपये तक की कीमत में मध्यम वर्ग को काफी लुभा रहे हैं।
लैपटाप की नहीं है सप्लाई
संजय प्लेस कंप्यूटर एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएस सेंगर ने बताया कि लैपटाप की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है, लेकिन उतनी सप्लाई नहीं है। चाइना व अन्य देशों से लैपटाप व कंप्यूटर पार्ट की आमद थी, जो कोरोना काल में काफी प्रभावित हुई है।मांग ज्यादा और माल कम होने से कीमतें काफी बढ़ गई हैं। हर लैपटाप पर आठ से 10 हजार की वृद्धि हुई है। 20 हजार वाला लैपटाप अब 26 हजार में मिल रहा है।
ऑनलाइन ने प्रभावित किया कारोबार
आगरा मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मोबाइल कारोबार में और वृद्धि हो सकती थी, पर आनलाइन मार्केट ने इसे प्रभावित किया है। कोरोना काल में लोगों ने ऑनलाइन मोबाइल खरीदे हैं। रिटेल और आनलाइन में 80-20 फीसद का अंतर है।