ब्रज की धरती पर बोले राकेश टिकैत, कान्हा की नगरी को मुजफ्फर नगर मत बनने देना

Rakesh Tikait भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को मथुरा में अखिल भारतीय समता फाउंडेशन के 421 वें दिन धरना प्रदर्शन को समाप्त कराने के लिए आए। कहा कि भी आंदोलन स्थगित किया गया है। खत्म नहीं हुआ है। जब भी आवश्यकता पड़ेगी तब फिर धरना-प्रदर्शन करेंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 27 Dec 2021 01:29 PM (IST) Updated:Mon, 27 Dec 2021 01:29 PM (IST)
ब्रज की धरती पर बोले राकेश टिकैत, कान्हा की नगरी को मुजफ्फर नगर मत बनने देना
मथुरा में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत।

आगरा, जागरण टीम। यह कान्हा की नगरी है। यहां सबका काम चल रहा है। सरकार की निगाहें मथुरा की तरफ हैं। वह अपना वोट तलाश कर रही है। यहां कोई छेड़छाड़ ने करे, इसे मुजफ्फरनगर मत बनने देना। किसानों का धरना स्थगित हुआ है। जब जरूरत पड़ेगी, आंदोलन तो तब कर लिया जाएगा।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को यहां अखिल भारतीय समता फाउंडेशन के 421 वें दिन धरना प्रदर्शन को समाप्त कराने के लिए आए थे। उन्होंने कहा, अभी आंदोलन स्थगित किया गया है। खत्म नहीं हुआ है। जब भी आवश्यकता पड़ेगी, तब फिर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, यहां पर्यटक बहुत आते हैं। सभी का काम चल रहा है। यहां कोई पंगेबाजी न करे। नहीं तो उसका भी इलाज होगा। उन्होंने कहा, मथुरा से किसी को कोई भी छेड़छाड़ मत करने देना। उनकी निगाहें अब मथुरा पर हैं। वे अपना वोट तलाश रहे हैं। वे यहां दंगा कराने चाहते हैं। मथुरा को मुजफ्फर नगर मत बनने देना। किसानों का धरना समाप्त होने को लेकर कहा कि सरकार ने अभी कुछ काम करने को कहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार ने एक कमेटी बनाने की बात कही है और इसमें किसान भी शामिल होंगे। किसानों को फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। दिल्ली बार्डर का धरना स्थगित करने से सरकार को रास्ता मिल गया है। सरकार अपना काम करे। मथुरा वासियों ने मथुरा को दंगे से बचा लिया तो यही उनके लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है। वे अपना चुनाव लड़ें, हमारे भराेसे नहीं रहे। उन्होंने फाउंडेशन के अध्यक्ष लुकेश राही को जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया। यहां विभिन्न मांगों को लेकर लुकेश राही काफी समय से धरना दे रहे थे। 

chat bot
आपका साथी